रायपुर: छत्तीसगढ़ में मुफ्त इलाज की योजना को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रदेश में अब तक 92 लाख आयुष्मान भारत कार्ड नहीं बंट पाए हैं, ऐसे में प्रदेश के लाखों लोग इलाज के लिए परेशान हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि हितग्राही आपातकाल स्थिति में किसी भी हॉस्पिटल में जाकर मुफ्त इलाज की योजना का लाभ ले सकते हैं, इसके लिए हितग्राही के पास राशन कार्ड होना चाहिए।
जबकि अस्पतालों में टेम्प्ररी कार्ड डाउनलोड करने के लिए कियोस्क सेंटर होना अनिवार्य है। ये सुविधा केवल सरकारी और कुछ ही चुनिंदा निजी अस्पतालों में है। ऐसे में कोई हितग्राही रात को बीमारी पड़ता है तो मनचाहे अस्पताल में उसे पैसे खर्च करने होंगे। इधर ,अधिकारी इसके पीछे संक्रमण को वजह बता रहे हैं। उनका कहना है कि कॉमन सर्विस सेंटर के दिल्ली मुख्यालय से कार्ड प्रिंट होकर नहीं आया है, जिसके चलते कार्ड बांटे नहीं जा सके हैं। प्रिंट होकर आए 12 लाख कार्ड जल्द बांटे जाएंगे।