(तस्वीर के साथ)
पटना, 15 सितंबर (भाषा) बिहार में कथित तौर पर ‘बढ़ती’ आपराधिक घटनाओं और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने रविवार को पटना में विरोध मार्च निकाला।
राजद नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंचकर एक नामित अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई।
राजद का यह विरोध मार्च वीरचंद पटेल रोड स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय से शुरू हुआ जिसे राजभवन पहुंचकर समाप्त होने था, लेकिन पुलिस ने उन्हें आयकर गोलंबर पर ही रोक दिया।
राजभवन तक मार्च निकालने की इजाजत नहीं मिलने पर राजद के कुछ विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को प्रशासनिक अधिकारी राजभवन ले गए जहां उन्होंने नामित अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।
मार्च के दौरान, हाथों में पार्टी का झंडा लिए राजद कार्यकर्ताओं ने राज्य में ‘बिगड़ती’ कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी ने ज्ञापन में राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। नीतीश कुमार सरकार अपराध रोकने में बुरी तरह विफल रही है।’’
अहमद ने राज्य सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को सत्तारूढ़ सरकार के संरक्षण में हो रहे अपराधों को लेकर कोई चिंता नहीं है। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। बिहार में हर दिन हत्या, अपहरण, रंगदारी, दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं।’’
अहमद ने सवाल किया, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूदा स्थिति पर चुप क्यों हैं?’’
भाषा अनवर खारी
खारी
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