पटना, 23 जून (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से हाल ही में उनके दल के खिलाफ दिए गए कुछ तल्ख बयानों का उल्लेख किया और कहा कि दिल्ली से संबंधित अध्यादेश पर समर्थन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ गठबंधन की पूर्व निर्धारित शर्त नहीं हो सकता।
सूत्रों ने यह जानकारी दी।
बैठक में आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार, खरगे ने आप की ओर से हाल में दिए गए कुछ बयानों खासकर बृहस्पतिवार को दिए गए एक बयान का उल्लेख किया।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में खरगे ने कहा, ‘‘संसद सत्र के दौरान होने वाली विपक्ष की बैठकों में आम आदमी पार्टी नियमित रूप से शामिल होती है जहां साझा एवं सबकी सहमति वाली रणनीति तय होती है। यह जरूरी नहीं है कि अध्यादेश के मुद्दे पर अलग व्यवस्था हो और भाजपा के खिलाफ गठबंधन के लिए यह पूर्व निर्धारित शर्त हो।’’
आप के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ उसे समर्थन देने का वादा नहीं किया तो ‘आप’ शुक्रवार को पटना में होने वाली बैठक से बाहर हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, खरगे ने बैठक में कहा कि आप के इस बयान ने विपक्ष की बैठक के लिए बने माहौल को खराब किया।
इस बैठक के घटनाक्रम से अवगत सूत्रों ने यह भी कहा, ‘‘बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि कोई कांग्रेस के सिर पर बंदूक रख दे और फिर अपनी मांगों को लेकर बातचीत करे।’’
आप ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली से संबंधित केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के अपना रुख स्पष्ट करने तक वह उसकी मौजूदगी वाली किसी भी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी।
इसने यह भी कहा कि कांग्रेस को यह तय करना होगा कि वह दिल्ली के लोगों के साथ है या फिर मोदी सरकार के साथ खड़ी है।
भाषा हक
हक नेत्रपाल
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