पटना, पांच अगस्त (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन’ के घटकों के साथ शनिवार को हजारों गैर नियोजित शिक्षकों को नियमित करने के मुद्दे पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री आवास में बंद दरवाजे में हुई बैठक में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कुछ कैबिनेट मंत्रियों और ‘महागठबंधन’ के सभी घटकों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इसमें राज्य सरकार द्वारा हाल में घोषित नयी भर्ती नीति पर भी चर्चा की गई।
बैठक के बाद इसमें शामिल होने वालों ने बताया कि चर्चा सकारात्मक रही और नीतीश कुमार ने सभी चिंताओं को दूर करने का आश्वासन दिया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी)-लिबरेशन के विधायक महबूब आलम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गैर नियोजित शिक्षक लंबे समय से स्थायी सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं और इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। चर्चा सकारात्मक रही और मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया कि महागठबंधन सरकार शिक्षकों के लाभ के लिए कदम उठाएगी।’’
आलम की बात का समर्थन करते हुए राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘गैर नियोजित शिक्षकों सहित शिक्षकों के मुद्दों पर चर्चा की गई और मुख्यमंत्री ने संयम के साथ नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुना। हमें उम्मीद है कि जल्द ही गैर नियोजित शिक्षकों को अच्छी खबर मिलेगी।’’
इस बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महागठबंधन हमेशा से ही शिक्षकों के खिलाफ रहा है…भाजपा एकमात्र पार्टी है जो शिक्षकों, किसानों और युवाओं के लिए काम करती है।’’
भाषा धीरज नेत्रपाल
नेत्रपाल
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