पटना, एक नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान की खरीद को लेकर समीक्षात्मक बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कृषि कार्य से जुड़े हुए लोगों को धान की खरीद में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखें।
पटना के एक अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ भवन में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान की खरीद को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की हरसंभव सहायता के लिये तत्पर रहती है और कृषि कार्य से जुड़े हुए लोगों को धान की खरीद में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि धान के अनुमानित उत्पादन के अनुसार ही धान की खरीद का जिलावार लक्ष्य निर्धारित करें। धान की खरीद कार्य में गड़बड़ करने वालों पर भी नजर रखें। धान की खरीद का कार्य तेजी से और बेहतर ढंग से करें ताकि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
बैठक के दौरान खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव एन. सरवन कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य, धान की खरीद की प्रस्तावित अवधि एवं धान खरीद के लक्ष्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस बार सामान्य ग्रेड के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। धान की खरीद की प्रस्तावित अवधि एक नवंबर 2024 से 15 फरवरी 2025 तक रखी गयी है। चरणबद्ध तरीके से धान की खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई है और इस वर्ष धान की खरीद का लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन रखा गया है। राज्य में उसना चावल मिलों की संख्या अब बढ़कर 360 हो गई है।
इस बैठक में सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने भी धान की खरीद की कार्य योजना के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के 19 जिलों में आज से धान की खरीद शुरू कर दी गयी है जबकि बाकी बचे जिलों में 15 नवंबर से धान की खरीद का कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
इस बैठक में सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस० सिद्धार्थ, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव एन० सरवन कुमार, सहकारिता विभाग के सचिव श्री धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे।
भाषा
अनवर, रवि कांत रवि कांत