पटना, 18 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बाबा साहेब आंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर बुधवार को भाजपा पर चौतरफा हमला बोला।
राजद के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शाह पर आंबेडकर को ‘‘गाली’’ देने का आरोप लगाया, वहीं उनके बेटे तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘भाजपा नेता कान खोल कर सुन लें, बाबा साहेब आंबेडकर हमारे फैशन भी हैं, जुनून भी हैं, प्रेरणा के स्रोत भी हैं।’’
राज्यसभा में शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘‘आजकल आंबेडकर का जाप करना एक फैशन हो गया है। आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर…अगर उन्होंने इतनी बार भगवान का नाम लिया होता, तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिल जाती।’’
शाह ‘‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’’ पर दो दिवसीय बहस के समापन पर राज्यसभा को संबोधित कर रहे थे।
शाह की इस टिप्पणी पर ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस जैसी पार्टियों ने आलोचना की है।
राजद कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के पास शाह का पुतला फूंका और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की मांग की।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने एक बयान जारी कर शाह का नाम लिए बिना आरोप लगाया, ‘‘गोलवलकर की आनुवंशिक औलादें हमेशा से ही हमारे आराध्य बाबा साहेब आंबेडकर को नहीं मानती है। ‘‘बंच ऑफ थॉट्स किताब के अनुचर कभी भी संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर के विचार को नहीं अपना सकते इसलिए अब वो बाबा साहेब को गाली से संबोधित कर रहे है।’’
उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘संघी भाजपाई नेताओं की शाब्दिक के अलावा शारीरिक भाषा से भी आंबेडकर के प्रति घृणा झलक रही है।’’
उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘‘सामाजिक गैर बराबरी, असमानता, विषमता, छूआछूत, भेदभाव, घृणा एवं संविधान-दलितों-वंचितों और उपेक्षितों से नफ़रत तो संघी भाजपाइयों के खून में है।’’
प्रसाद ने जद(यू) प्रमुख बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान एवं जीतन राम मांझी जैसे भाजपा के सहयोगियों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आंबेडकर साहब को अपमानित किए जाने के बाद भी अगर कोई प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा के साथ है तो इसका मतलब वो गोलवलकर, आरएसएस और भाजपाइयों के पूजक एवं कट्टर तलवा-चाट हैं।’’
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘भाजपा नेता कान खोल कर सुन लें, बाबा साहेब आंबेडकर हमारे फैशन भी हैं, जुनून भी हैं, प्रेरणा के स्रोत भी हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस-भाजपा वालों ने सर्वप्रथम महात्मा गांधी जी को गाली दी, फिर जननायक कर्पूरी ठाकुर को दी, फिर नेहरू को दी और अब आंबेडकर को गाली दे रहे है। इनके अपने तो सब नेता माफ़ीवीर रहे इसलिए देश के महापुरुषों को अपमानित करने का इनका कपटी षड्यंत्र है।’’
अररिया जिले में तेजस्वी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं, जिनके शब्दों और शारीरिक भाषा से बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति स्पष्ट अनादर दिखाई देता है।’’
भाषा अनवर आशीष
आशीष
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