जद (यू) ने पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी को बेलागंज विस उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया |

जद (यू) ने पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी को बेलागंज विस उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया

जद (यू) ने पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी को बेलागंज विस उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया

:   Modified Date:  October 21, 2024 / 03:03 PM IST, Published Date : October 21, 2024/3:03 pm IST

पटना, 21 अक्टूबर (भाषा) जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार विधान परिषद की पूर्व सदस्य मनोरमा देवी को बेलागंज विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, बेलागंज विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए मनोरमा देवी जद (यू) की उम्मीदवार होंगी।

वह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, जो अपने पिता सुरेंद्र प्रसाद यादव के जहानाबाद से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई सीट को राजद के लिए बरकरार रखना चाहते हैं।

मनोरमा देवी के दिवंगत पति बिंदेश्वरी यादव गया में जिला परिषद के अध्यक्ष और स्थानीय स्तर पर कद्दावर नेता थे।

वर्ष 2021 में बिहार विधान परिषद में अपने लगातार दूसरे कार्यकाल की समाप्ति के बाद से राजनीतिक वनवास में रहीं मनोरमा देवी हाल ही में तब खबरों में थीं जब राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने उनके पति की मृत्यु के चार साल बाद उनके कथित नक्सली संबंधों की जांच के लिए उनके घर पर छापा मारा था।

इसके साथ ही 2016 में मनोरमा देवी के पति और उनके बेटे रॉकी का नाम ‘रोड रेज’ के एक मामले में आया था। उसी साल राज्य में शराबबंदी के कुछ दिन बाद उनके बेटे पर शराबबंदी का उल्लंघन करने का आरोप लगा था।

गया जिले का बेलागंज जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां से प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी पहले ही स्थानीय शिक्षाविद खिलाफत हुसैन को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है जिससे अब त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है।

राज्य की चार विधानसभा सीट पर अगले महीने उपचुनाव होना है। इनमें से जद(यू) केवल एक सीट पर चुनाव लड़ रहा है।

भाजपा ने रामगढ़ और तरारी से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी पुत्रवधू दीपा को इमामगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है, जो उनके गया से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद खाली हुई थी।

भाषा अनवर मनीषा नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)