पटना, 13 नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्य सूचना आयुक्त त्रिपुरारी शरण ने बुधवार को कहा कि समाज की आधी आबादी (महिला) जब तक शिक्षित नहीं होगी, तब तक समाज का समेकित और समग्र विकास संभव नहीं है।
प्रसिद्ध नेतरहाट आवासीय विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों के गैर-लाभकारी संगठन नोबा जीएसआर के तत्वावधान में सशक्त भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर पटना में आयोजित एक विशेष चर्चा में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए शरण ने कहा कि हमारे समाज का आधा हिस्सा (महिला) जब तक शिक्षित नहीं होगा, तब तक समाज का समेकित और समग्र विकास संभव नहीं है।
परिचर्चा में भाग लेते हुए पूर्व आईएएस विजय प्रकाश ने कहा कि समाज में मासिक धर्म को एक धब्बा (स्टिगमा) के तौर पर माने जाने को बड़े पैमाने पर हटाने की आवश्यकता है।
इस परिचर्चा में पूर्व आईएफएस ललन प्रसाद और मुजफ्फरपुर होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ रवि कांत सिंह भी शामिल हुए।
नोबा जीएसआर के सह संस्थापक और निदेशक मंडल में शामिल विकास रंजन ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम उनके संगठन द्वारा विगत दो वर्षों से बिहार और झारखण्ड समेत भारत के अन्य राज्यों में किये जा रहे कार्यों की उपलब्धि एवं आगे की कार्य योजना पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि नोबा जीएसआर के द्वारा 650 से ज्यादा सरकारी एवं अन्य गैर सरकारी स्थानों पर सुरक्षित मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन और इनसिनरेटर की स्थापना की गयी है।
इस मौके पर नोबा जीएसआर एक नयी मशीन का भी उद्घाटन किया गया जिसे यूपीआई पेमेंट कोड से संचालित किया जा सकता है। इस अवसर पर नेतरहाट के कई पूर्ववर्ती छात्र भी उपस्थित थे।
भाषा
अनवर, रवि कांत रवि कांत
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