पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी |

पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी

पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी

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Modified Date: April 11, 2025 / 07:42 PM IST
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Published Date: April 11, 2025 7:42 pm IST

पटना, 11 अप्रैल (भाषा) बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रदर्शन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना स्थित सरकारी आवास की ओर बढ़ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए शुक्रवार को पुलिस ने लाठियां भांजी और पानी की बौछारे छोड़ी।

एक अधिकारी ने बताया कि कन्हैया कुमार समेत कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

कांग्रेस ने ‘‘पलायन रोको, नौकरी दो’’ पद यात्रा के समापन पर शुक्रवार को रैली का आयोजन किया था।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीपीसीसी मुख्यालय सदाकत आश्रम से मार्च शुरू किया। यहां से करीब एक किलोमीटर दूर राजा पुल क्रॉसिंग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगा रखे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इन्हें लांघने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया।

प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 1, अणे मार्ग तक मार्च निकालने के बाद एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे।

मुख्यमंत्री का आवास उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में स्थित है और यहां आम लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।

कांग्रेस की छात्र और युवा शाखाओं द्वारा आयोजित ‘‘पद-यात्रा’’ को पार्टी की राज्य में खुद को मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सदाकत आश्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पायलट ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को ऐसा ‘‘डबल इंजन बताया जो आगे नहीं बढ़ता, बल्कि सिर्फ धुआं छोड़ता है।’’

उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राज्य के लिए लाभ सुनिश्चित करने में कथित रूप से विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह तब है जबकि भाजपा केंद्र की सत्ता के लिए जनता दल यूनाइटेड के समर्थन पर निर्भर है।

पायलट ने वादा किया कि यदि बिहार में महागठबंधन सत्ता में आया तो उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता ‘‘सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरना’’ होगी। बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में शामिल है, जिसका राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एक प्रमुख घटक है।

इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में पायलट ने मुख्यमंत्री को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि यदि महागठबंधन चुनाव में विजयी रहता है तो विचार विमर्श के बाद तय समय पर इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।

जद (यू) के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने इस बयान को लेकर दावा किया कि यह राजद के तेजस्वी यादव के लिए एक झटका है जिन्होंने कुछ दिनों पहले खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया था।

भाषा प्रीति पवनेश

पवनेश

 

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