(तस्वीरों के साथ)
पटना, 12 जनवरी (भाषा) निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के समर्थकों ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा हाल ही में आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं के विरोध में रविवार को ‘बिहार बंद’ के तहत राज्य भर में यातायात बाधित किया और इस दौरान कई जगह वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।
लोकसभा में पूर्णिया का प्रतिनिधित्व करने वाले यादव ने पटना में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जहां वह कफन पहने हुए एक खुले वाहन में घूमे और दावा किया कि आंदोलन उन सभी लोगों की ‘‘मौत’’ की कामना करता है, जो 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) में गड़बड़ी में शामिल थे।
पप्पू यादव ने अंतिम संस्कार के दौरान हिंदुओं द्वारा लगाए जाने वाले नारे की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘यह सभी के लिए ‘राम नाम सत्य है’, चाहे वे बीपीएससी के अधिकारी हों या कोचिंग सेंटर के मालिक।’’
पप्पू यादव के समर्थकों ने राज्य की राजधानी पटना के अलावा पूर्णिया, कटिहार, अररिया और सीवान सहित अन्य जिलों में कई स्थानों पर बंद के दौरान सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ की, दुकानदारों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पटना पुलिस ने अब तक 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है, जिन्होंने अशोक राजपथ पर एक सरकारी वाहन में तोड़फोड़ की और रविवार को शहर के कुछ हिस्सों में यातायात की आवाजाही बाधित की।’’
सिंह ने कहा, ‘‘पुलिस ने इस संबंध में सांसद और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है तथा तोड़फोड़ में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।’’
इससे पहले दिन में, यादव के समर्थक सुबह पटना साइंस कॉलेज के पास एकत्र हुए और पूर्णिया के सांसद द्वारा आहूत बंद को सफल बनाने के लिए वाहनों को रोकने का प्रयास किया।
निर्दलीय सांसद के समर्थकों ने पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए अशोक राजपथ पर बीपीएससी के शीर्ष अधिकारियों का पुतला भी जलाया।
प्रदर्शनकारी पटना में डाक बंगला चौराहे के पास सड़क पर बैठ गए और वाहनों की आवाजाही बाधित करने का प्रयास किया।
लोकसभा सदस्य ने दावा किया कि बंद को आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद का समर्थन प्राप्त है।
राज्यभर में 900 से अधिक केंद्रों पर लगभग पांच लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। बापू परीक्षा केंद्र में 12,000 अभ्यर्थियों के लिए पुन: परीक्षा आयोजित की गई, जहां सैकड़ों परीक्षार्थियों ने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए 13 दिसंबर की परीक्षा का बहिष्कार कर दिया।
बीपीएससी ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि परीक्षा रद्द करवाने के लिए ‘‘साजिश’’ रची गई है। बापू परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों के एक चुनिंदा समूह के लिए पुन:परीक्षा कराने के आयोग के फैसले पर अन्य अभ्यर्थियों ने नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि उन्हें ‘‘समान अवसर’’ से वंचित किया गया।
भाषा शफीक दिलीप
दिलीप
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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