पटना, 13 जनवरी (भाषा) बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा को रद्द किये जाने की मांग कर रहे एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात के बाद दावा किया कि उन्होंने (खान ने) जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर से आमरण अनशन समाप्त करने का आग्रह किया।
जनसुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती के साथ प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का 11 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल खान से मिलने के लिए पहुंचा था, जिससे पहले किशोर ने संवाददाताओं को बताया था कि राज्यपाल ने मामले में हस्तक्षेप करने की पेशकश की है।
भारती ने राजभवन से बाहर निकलते हुए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सुभाष को पत्रकारों से बात करने कहा।
सुभाष ने कहा, “राज्यपाल ने करीब 45 मिनट तक धैर्यपूर्वक हमारी बात सुनी। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि हमारी चिंताओं को संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, राज्यपाल 12 दिनों से जारी अनशन (प्रशांत किशोर के) को लेकर बेहद चिंतित दिखे। राज्यपाल ने हमें किशोर से अनशन समाप्त करने का अनुरोध करने के लिए कहा क्योंकि इससे उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।”
सुभाष ने कहा, “राज्यपाल ने कहा कि हम दो चीजों को अलग रखें, किशोर का अनशन और छात्रों की मांग। किशोर को बिना भोजन के रहने की जिद छोड़ देनी चाहिए। राज्यपाल अपनी ओर से छात्रों की मांग पर संवैधानिक रूप से उचित तरीके से संबंधित अधिकारी को पत्र लिखेंगे।”
किशोर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि दो जनवरी से शुरू हुआ उनका ‘अनशन’ जारी रहेगा।
किशोर ने हाल ही में एक सप्ताह अस्पताल में बिताया था।
पटना उच्च न्यायालय ने अभ्यर्थियों की परीक्षा को रद्द करने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई की तारीख 15 जनवरी तय की है।
भाषा अनवर जितेंद्र
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