पटना, चार दिसंबर (भाषा) बिहार सरकार ने बुधवार को पूर्णिया जिले में एक व्यक्ति से कथित तौर पर रिश्वत मांगने और फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देने के मामले में बुधवार को मद्यनिषेध उत्पाद शुल्क और निबंधन विभाग के चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक निलंबित कर्मचारियों की पहचान सुमन कांत झा (निरीक्षक), चंदन कुमार (अवर निरीक्षक), दिनेश कुमार दास (सहायक अवर निरीक्षक) और प्रदीप कुमार (सिपाही)के रूप में की गई है और सभी पूर्णिया में मद्यनिषेध उत्पाद और निबंधन विभाग में तैनात थे।
बयान के मुताबिक, ‘‘आबकारी आयुक्त एवं निबंधन महानिरीक्षक रजनीश कुमार सिंह ने लोक सेवकों के खिलाफ प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के आधार पर चारों कर्मियों को निलंबित करने का आदेश जारी किया।’’
विज्ञप्ति के मुताबिक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी अधिकारी उसे झूठे मामले में न फंसाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने अपने आरोप के समर्थन में चारों अधिकारियों की रिकॉर्ड की गई ऑडियो क्लिप भी उपलब्ध कराई।
इसमें कहा गया है कि चारों अधिकारी उनके खिलाफ लगे आरोपों का संतोषजनक जवाब देने में विफल रहे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘प्रथम दृष्टया उनके खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर सभी चार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। आगे की जांच जारी है।’’
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने पांच अप्रैल 2016 को शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
भाषा अनवर धीरज
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