बिहार विधानसभा में विनियोग विधेयक ध्वनिमत से पारित |

बिहार विधानसभा में विनियोग विधेयक ध्वनिमत से पारित

बिहार विधानसभा में विनियोग विधेयक ध्वनिमत से पारित

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Modified Date: March 24, 2025 / 09:42 PM IST
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Published Date: March 24, 2025 9:42 pm IST

पटना, 24 मार्च (भाषा) बिहार विधानसभा ने सोमवार को विनियोग विधेयक पारित कर दिया, जिससे वर्ष 2025-26 के लिए राज्य के वार्षिक बजटीय प्रावधान 3.21 लाख करोड़ रुपये को समेकित निधि से निकालने का रास्ता साफ हो गया।

बिहार विनियोग (सं. 2) विधेयक, 2025 पर बहस के दौरान उपमुख्यमंत्री सह वित्त विभाग के प्रभारी सम्राट चौधरी के जवाब पर असंतोष जताते हुए विपक्षी विधायकों द्वारा वॉकआउट किए जाने के बीच विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।

चौधरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का ध्यान विकास, बुनियादी सुविधाओं में सुधार और राज्य की वित्तीय स्थिरता को मजबूत करने पर है।’’

उन्होंने कहा कि सरकार ने आने वाले वर्षों में राज्य में 350 डिग्री कॉलेज खोलने का भी फैसला किया है।

चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण योजनाओं और उद्यमिता के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित करने का फैसला किया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने विपक्षी राजद-कांग्रेस गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘समृद्ध बिहार के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार को राज्य के लोगों से भारी समर्थन मिला है। हम वर्षों की अराजकता को पीछे छोड़ते हुए प्रगति कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2024-25 के लिए आवंटित धनराशि का 84 प्रतिशत 3 मार्च तक खर्च कर दिया है।

चौधरी ने अपने भाषण में केंद्र से बिहार को मिले सहयोग का भी जिक्र किया और केंद्रीय बजट में राज्य के लिए की गई कई घोषणाओं को लेकर केंद्र को धन्यवाद दिया।

उन्होंने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हम जाति की नहीं, विचारधारा की राजनीति करते हैं। हमारी राजनीति का उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। मेरा लक्ष्य समाज को एकजुट करना, उसे आगे बढ़ाना और राष्ट्रहित में काम करना है।’’

चौधरी ने कहा, ‘‘लालू जी कहते थे-‘राजा केवल रानी के पेट से पैदा नहीं होता’, लेकिन यहां तो पूरा यादव परिवार सत्ता में आ गया और भ्रष्टाचार में लिप्त हो गया। लालू जी जो कहते हैं, वह कभी नहीं करते। पर अब ऐसा नहीं होगा।’’

चौधरी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद के कार्यकाल में बिहार विकास से वंचित रहा, लेकिन राजग सरकार ने राज्य की तस्वीर बदल दी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लालू जी के साथ भी काम किया है। उनकी कोई विचारधारा नहीं है। तेजस्वी मुझसे पूछते हैं कि क्या मैं कभी नागपुर में संघ (आरएसएस मुख्यालय) कार्यालय गया था। मैंने उनसे पूछा कि आपके पिता जब भाजपा के साथ थे, तो कितनी बार संघ कार्यालय गए थे।’’

चौधरी ने कहा, ‘‘मैं आपको (तेजस्वी को) सलाह देता हूं… आपको नागपुर में संघ कार्यालय जरूर जाना चाहिए…आपकी जिंदगी बदल जाएगी… आपको नागपुर में संघ के मुख्यालय के परिसर के अंदर एक यादव निवास मिलेगा। यह दर्शाता है कि आरएसएस हर जाति का ख्याल कैसे रखता है।’’

राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चौधरी ने कहा, ‘सब कुछ नियंत्रण में है…पुलिस ने अपराधियों को साफ संदेश दे दिया है: अगर बंदूक दिखाओगे तो मारे जाओगे। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।’

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘सात निश्चय’ कार्यक्रम को लागू करने के अलावा सड़क निर्माण, ऊर्जा, शिक्षा, उद्योग, पर्यटन, स्वास्थ्य, खेल और कई अन्य क्षेत्रों में अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस चर्चा में सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार में ‘जंगल राज’ चलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिसका राजद सदस्यों ने विरोध किया और अंत में विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया।

भाषा अनवर आशीष

आशीष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)