Hanuman Janmotsav Mantra: चैत्र मास पूर्णिमा के दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। 23 अप्रैल 2024 मंगलवार के दिन हनुमान जयंती मनाई जा रही है। इस दिन अधिकतर लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं परंतु इसके अलावा भी हनुमानजी के कई महत्वपूर्ण पाठ हैं जिन्हें भी पढ़ना चाहिए। आइयें जानते हैं उन पाठों के बारें में।
Hanuman Janmotsav Upay: इस पूजन विधि से हनुमान जी होते हैं प्रसन्न.. जानें पूजा का मुहूर्त और उपाय
हनुमान चालीसा : हनुमान चालीसा का 1000 या 108 बार पाठ करने से व्यक्ति हर तरह के संकट से बच जाता है। इसकी के साथ उसके सारे बंधन कट जाते हैं।
बजरंग बाण : यह पाठ जातक को सभी तरह के षड़यंत्र, छल, धोखे और शत्रुओं से बचाता है। इस पाठ को करने के पहले आपको यह जरूर जान लेना चाहिए कि कौन किसका शत्रु हैं।
हनुमान बाहुक का पाठ: यह पाठ आपको सभी तरह के शारीरिक दर्द के साथ ही गठिया, वात, सिरदर्द, कंठ रोग, जोड़ों का दर्द आदि तरह के दर्द से भी बचाता है।
सुंदरकांड का पाठ : तुलसीकृत महाकाव्य रामचरित मानस का पंचम सोपान है सुंदरकाण्ड। सुंदरकाण्ड में रामदूत, पवनपुत्र हनुमान का यशोगान किया गया है।
रामचरित मानस या मूल रामायण का पाठ : यदि समय हो तो रामचरित मानस का पाठ करना चाहिए या फिर मूल रामायण का पाठ करें।
हनुमान अष्टक : किसी भी प्रकार का कैसा भी बड़ा और भीषण संकट हो संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ अत्यंत प्रभावकारी है। इस पाठ से हर बाधा का नाश होता है।
हनुमान वडनाल स्त्रोत : इंद्रादि देवताओं के बाद धरती पर सर्वप्रथम विभीषण ने ही हनुमानजी की शरण लेकर उनकी स्तुति की थी। विभीषण को भी चिरंजीवी होने का वरदान मिला है।
मारुति स्त्रोत : हनुमानजी का एक नाम मारुति भी भी है। यह स्तोत्र बेहद ही प्रभावशाली है। इस स्तोत्र के माध्यम से अंजनी पुत्र हनुमाजी क विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
श्री हनुमान सहस्त्रनाम स्तोत्रम : इस स्त्रोत में हनुमानजी के 1000 नामों का वर्णन मिलेगा। इस पाठ का फल तुरंत मिलता है।
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