YEAR ENDING OFFER नई दिल्ली। 1 जनवरी 2022 से पहले कार खरीदने पर आपको भारी डिस्काउंट मिल सकता है। कार कंपनियां कैश डिस्काउंट के साथ-साथ एक्सचेंज बोनस भी उपलब्ध करा रही हैं। अभी मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर और टाटा मोटर्स समेत देश की सभी बड़ी कार कंपनियां अपनी गाड़ियों पर लाखों रुपये की छूट दे रही हैं। इससे आप अपनी नई कार खरीदने का सपना आसानी से पूरा कर सकते हैं।
पढ़ें- एक शरीर से जुड़े दो भाई.. मां-बाप ने भी छोड़ दिया था साथ.. अब काबिलियत के दम पर मिली सरकारी नौकरी
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी 37 हज़ार से 89 हज़ार तक डिस्काउंट ऑफर कर रही है। वहीं टाटा मोटर्स 77,500 से 2।25 लाख तक की छूट दे रहा है। टाटा की हैचबैक गाड़ियों पर 77500 की तो हेक्सा पर सवा दो लाख की छूट मिलेगी। होंडा अपनी गाड़ियों पर पांच लाख रुपए तक की भारी छूट दे रही है। हाल ही में लॉन्च हुई लग्जरी सिडान कार Honda Civic पर कंपनी 2।55 लाख (2,50,00) रुपए तक के लाभ दे रही है।
हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥‘𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.
नया साल शुरू होने से पहले सभी कार कंपनियां अपने पुराने स्टॉक को इसी साल खत्म करना चाहती हैं। इस वजह से डीलर्स भी कारों पर अच्छा डिस्काउंट दे देते हैं। डिस्काउंट के साथ एक्सेसरीज ऑफर भी देती हैं। हालांकि डिस्काउंट सिर्फ उन्हीं कारों पर मिलता है, जो स्टॉक में मौजूद होती हैं। इसके अलावा दूसरी वजह यह है कि कैलेंडर बदलते ही दिसंबर 2021 में बनने या खरीदा जाने वाला मॉडल पुराना हो जाता है।
दिसंबर में कार खरीदने पर नया साल शुरू होते ही मैन्युफैक्चरिंग ईयर एक साल पुराना हो जाता है। दरअसल। सभी कार कंपनियां गाड़ियों पर एक व्हीकल आइडेंटीफिकेशन नंबर लिखती हैं। यह एक प्रकार का कोड होता है, जिसको डिकोड करके आप कार के प्रोडक्शन का महीना और साल पता कर सकते हैं। हर कार का यूनिक VIN होता है, जो इंजन या पैसेंजर कंपार्टमेंट के पास होता है। मारुति का VIN 17 कैरेक्टर का होता है। ज्यादातर VIN ‘MA3’ से शुरू होते हैं। 17 कैरेक्टर के VIN में 10वां कैरेक्टर साल और 11वां मैन्युफैक्चरिंग के महीने को दर्शाता है।
पढ़ें- बीजेपी में कई दलों के बड़े नेता शामिल, अखिलेश, मायावती, प्रियंका को दिया बड़ा झटका
नए साल में कार कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमत में इजाफा करने वाली हैं। इसलिए इस महीने कार खरीदने का अच्छा मौका है। कारों की कीमत बढ़ने की वजह रॉ मटेरियल की कीमतों में हो रही बढ़ाेतरी को बताया जा रहा है। हालांकि, अभी तक यह नहीं कहा जा सकता है कि कंपनियां कितने प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने वाली हैं।