अगरतला, 6 फरवरी । कांग्रेस ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, 50 हजार नए रोजगार सृजित करने, कृषि मजदूरों की दिहाड़ी में वृद्धि करने और हर माह 150 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया गया है।
अगरतला में रविवार को कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होने के मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एकमात्र विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए 20 सूत्री कार्यक्रम तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि घोषणापत्र में पार्टी ने रोजगार, कर्मचारियों के कल्याण और गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों पर ध्यान केंद्रित किया है।
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रॉय बर्मन ने कहा, “विधानसभा चुनावों में अगर कांग्रेस की जीत होती है तो कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी। इसके अलावा, सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता साल में दो बार बढ़ाया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर नियमित आधार पर भर्तियां की जाएंगी और अगले पांच वर्षों में 50 हजार नए रोजगार सृजित किए जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, “चाय बागान मजदूरों, कृषि मजदूरों और अन्य श्रमिकों की दिहाड़ी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के हिसाब से बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा, अल्पसंख्यकों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए समग्र पैकेज उपलब्ध कराया जाएगा।”
रॉय बर्मन ने कहा कि छंटनी के शिकार 10,323 शिक्षकों की समस्या को हल करने के लिए एक यथार्थवादी दृष्टिकोण कायम किया जाएगा और एसएसए शिक्षकों को बेहतर पारिश्रमिक दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस 125वें संविधान संशोधन के जरिये त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के सशक्तिकरण का भी समर्थन करती है।
रॉय बर्मन ने कहा, “कांग्रेस गरीब आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यदि पार्टी को विधानसभा चुनावों में मतदाताओं का आशीर्वाद मिलता है, तो वह उनकी भलाई के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करेगी।”
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उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने बिजली चोरी और बर्बादी रोककर लोगों को 150 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का भी वादा किया है। इसके अलावा, राज्य में कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 16 फरवरी को होगा, जबकि वोटों की गिनती दो मार्च को जाएगी।
त्रिपुरा में कांग्रेस ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी ने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।