Nagaland Election Results 2023

Nagaland Election Results 2023: ईसाई बहुल राज्य में भी चला BJP का जादू? पूर्वोत्तर के तीनों राज्य में सहयोगी दलों के साथ बन सकती है सरकार

Nagaland Election Results 2023 : अब सवाल ये उठ रहा है कि ईसाई बहुल राज्‍य में बीजेपी को इतनी बड़ी सफलता कैसे मिल रही है। नगालैंड में ईसाई धर्म का इतिहास 150 साल पुराना है, ईसाई धर्म राज्‍य की संस्‍कृति का अहम हिस्‍सा है। नगालैंड में छोटे-बड़े शहरों ही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी गिरिजाघर मिल जाते हैं।

Edited By :   Modified Date:  March 2, 2023 / 04:54 PM IST, Published Date : March 2, 2023/4:54 pm IST

Nagaland Election Results 2023:

Nagaland Election Results 2023: त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड विधानसभा चुनावों के परिणाम व रुझान लगातार सामने आ रहे हैं। नगालैंड और त्रिपुरा में बीजेपी (BJP) अपने प्रतिद्वंद्वी दलों से बढ़त बनाए हुए हैं, वहीं, मेघालय में बीजेपी को तो बहुत बड़ी सफलता नहीं मिली है, लेकिन राज्‍य में उसका बड़ा सहयोगी दल नेशनल पीपुल्‍स पार्टी (NPP) बाकी दलों पर अच्‍छी बढ़त बनाए हुए है।

त्रिपुरा और नगालैंड में विधानसभा की 60-60 तो मेघालय में 59 सीटों के लिए चुनाव हुए हैं। त्रिपुरा में बीजेपी गठबंधन 33 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, नगालैंड में बीजेपी और उसके सहयोगी दल 37 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। मेघालय में बीजेपी 4 सीट पर तो उसका बड़ा सहयोगी दल एनपीपी 25 सीटों पर आगे चल रही है।

त्रिपुरा में बीजेपी का इनडीजीनियस पीपुल्‍स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) से गठबंधन है। वहीं, नगालैंड में बीजेपी का नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ गठबंधन है। सबसे ज्‍यादा चौंकाने वाले नतीजे नगालैंड से आए हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने नगालैंड की 60 में से 12 सीट पर जीत हासिल कर सत्‍ता भागीदारी हासिल की थी, इस बार बीजेपी गठबंधन 40 सीटों के आसपास पहुंच सकता है।

अब सवाल ये उठ रहा है कि ईसाई बहुल राज्‍य में बीजेपी को इतनी बड़ी सफलता कैसे मिल रही है। नगालैंड में ईसाई धर्म का इतिहास 150 साल पुराना है, ईसाई धर्म राज्‍य की संस्‍कृति का अहम हिस्‍सा है। नगालैंड में छोटे-बड़े शहरों ही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी गिरिजाघर मिल जाते हैं।

दरअसल, राज्‍य की 90 फीसदी आबादी ईसाई धर्म से जुड़ी हुई है। ऐसे में ये हैरान करने वाला है कि हिंदूवादी या दक्षिणपंथ की राजनीति करने वाली भाजपा ने ऐसा क्‍या किया कि उसके गठबंधन को बहुमत से भी ज्‍यादा सीटें हासिल होती हुई दिख रही हैं। इसके कई कारण सामने आ रहे हैं, बीजेपी अब तक यहां सहयोगी दल के तौर पर रही है। राज्‍य में बीजेपी स्‍थानीय नगा पार्टी एनडीपीपी के साथ मिलकर चुनाव मैदान में है। यहां बीजेपी ने इस बार 20 सीटों पर ही प्रत्‍याशी उतारे हैं।

नगालैंड में विपक्ष नहीं

विधानसभा चुनाव 2018 में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन ने सरकार बनाई। बाद में बाकी दलों ने भी इस गठबंधन को समर्थन दे दिया था, ऐसे में विधानसभा में बीजेपी के इस गठबंधन के सामने कोई विपक्ष ही नहीं था। राज्‍य में कांग्रेस, नगा पीपुल्‍स फ्रंट (NPF) एनपीएफ, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, लोक जनशक्ति पार्टी और कई क्षेत्रीय दल भी चुनाव मैदान में रहते हैं। दरअसल, 2018 के चुनावों में नगालैंड में एनपीएफ ने 60 में 26 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2021 आते-आते पार्टी के 21 विधायक बागी हो गए और उन्‍होंने एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन को समर्थन दे दिया था। इससे राज्‍य में कोई विपक्ष ही नहीं बचा था।

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