Chunavi Chaupal in Dongargarh : Voter opinion for 2023 Vidhansabha Election

Chunavi Chaupal in Dongargarh : बुनियादी सुविधाओं के अभाव में डोंगरगढ़, इन समस्य़ाओं को लेकर जनता में आक्रोश, 2023 में किसे मिलेगा मतदाताओं का साथ?

Chunavi Chaupal in Dongargarh : बुनियादी सुविधाओं के अभाव में डोंगरगढ़ : Voter opinion for 2023 Vidhansabha Election

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Modified Date: April 1, 2023 / 05:14 PM IST
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Published Date: April 1, 2023 5:08 pm IST

राजनांदगांवः Chunavi Chaupal in Dongargarh  छत्तीसगढ़ में आईबीसी 24 का चुनावी चौपाल कार्यक्रम लगातार जारी है। हम अलग-अलग विधानसभा सीटों पर जाकर वहां के विकास, विधायकों के प्रदर्शन और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता का मूड जानने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज हम पहुंचे हैं छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ विधानसभा सीट पर…

Chunavi Chaupal in Dongargarh  छत्तीसगढ़ के संस्कारधानी के नाम से मशहूर राजनांदगांव जिले में आने वाली डोंगरगढ़ विधानसभा महाराष्ट्र से सीधी जुड़ी हुई है। यहां प्रसिद्ध देवी मंदिर है जिसे बम्लेश्वरी मंदिर के नाम से जाना जाता है। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई अन्य जगहों से यहां श्रद्धालु आते हैं। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यहां अजा वर्ग के करीब 42 फीसदी मतदाता हैं, जबकि 10 फीसदी वोटर्स अजजा वर्ग के हैं। यहां करीब 40 फीसदी मतदाता पिछड़ा वर्ग से है। तो वहीं सामान्य वर्ग के करीब 9 फीसदी हैं।

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इस सीट के इतिहास को देखें तो हर यहां भारतीय जनता पार्टी ने पिछले तीन चुनाव जीते हैं। हालांकि, खास बात ये भी है कि पार्टी हर बार अपना उम्मीदवार बदल देती है। साल 1952 में डोंगरगढ़ सीट का अस्तित्व में आई तब से लेकर आपातकाल के पहले तक यहां से एकतरफा कांग्रेस उम्मीदवार जीत दर्ज करते आए। साल 1977 में इस सीट से जनता पार्टी के विनायक मेश्राम ने जीत दर्ज की। 1980 से 1998 तक यह फिर डोंगरगढ़ सीट कांग्रेस के कब्जे में रही।  2003, 2008 और 2013 में यह सीट भाजपा के खाते में थी, लेकिन कांग्रेस ने 2018 में फिर इसे अपना नाम कर लिया।

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2018 में टूटा बीजेपी के जीत का सिलसिला

डोंगरगढ़ विधानसभा भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है और इस क्षेत्र को बीजेपी समर्थक ‘भगवागढ़’ के नाम से भी पुकारते हैं. राज्य बनने के बाद भाजपा यहां से लगातार जीत रही थी, लेकिन साल 2018 में ये सिलसिला टूटा और कांग्रेस ने यहां अपना परचम लहराया। कांग्रेस के भुवनेश्वर सिंह बघेल ने बीजेपी की सरोजनी बनर्जी को बेहद आसान संघर्ष में हरा दिया। बघेल को 86,949 वोट मिले जबकि सरोजनी को 51,531 मत मिले।

2013 विधानसभा चुनाव
सरोजनी बंजारे, बीजेपी, कुल वोट मिले 67158
थानेश्वर पाटिला, कांग्रेस, कुल वोट मिले 62474

2008 विधानसभा चुनाव
रामजी भारती, बीजेपी, कुल वोट मिले 57315
धनेश पाटिला, कांग्रेस, कुल वोट मिले 49900

2003 विधानसभा चुनाव
विनोद खांडेकर, बीजेपी, कुल वोट मिले 55188
धनेश पाटिला, कांग्रेस, कुल वोट मिले 40711

इस बार क्या कहती है यहां की जनता

Chunavi Chaupal in Dongargarh  डोंगरगढ़ विधानसभा में मुद्दों की कमी नहीं है। लाख दावों के बाद भी यहां की जनता मूलभूत आवश्यकताओं से जूझ रही है। जब हमने यहां के मतदाताओं से बात की तो विधायक और सरकार के प्रति लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। एक वरिष्ठ महिला मतदाता सरोज ने बताया कि उनके घर पर बोर का पानी घुस रहा है, जिससे उनको रहने में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें पट्टा भी नहीं मिला है, इसके कारण उनके घर पर ना तो मीटर लग पा रहा है और ना ही नल। जिसके कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एक मतदाता ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि 4 साल हो गए हैं, मेरा मकान अब भी अधूरा पड़ा हुआ है। एक किस्त अभी तक नहीं मिल पाया है. लिहाजा अब अपने खुद के खर्च पर मकान बनाना पड़ रहा है। अलग-अलग मतदाताओं ने अपनी अलग-अलग समस्या बताई। कुल मिलाकर कहे तो यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।

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