महासमुंद: टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर कांग्रेस छोड़ने और फिरत जोगी खेमे में शामिल होने वाले सराईपाली के पूर्व विधायक किस्मत लाल नंद ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने प्रेसवार्ता की और कांग्रेस नेताओं पर खुद के साथ साजिश रचने का आरोप भी लगाया। किस्मत लाल नन्द ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के इशारे पर उनका टिकट काटा गया। किस्मत लाल नंद ने दावा किया कि उन्होंने 5 वर्षो तक पार्टी और सराईपाली क्षेत्र के जनता की सेवा की, लेकिन कुछ मंत्रियों द्वारा कूटरचना कर उनका टिकट काट दिया गया। इसे ना सिर्फ उनमे नाराजगी है बल्कि उनके समर्थको में भी ख़ासा रोष है।
वही इस पूरे मामले पर पहली बार कांग्रेस की उम्मीदवार चातुरी नंद ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि उन्हें टिकट सर्वे के आधार पर उन्हें मिली है, पार्टी ने उनपर भरोसा जताया है। जहां तक किस्मत लाला का सवाल है स्थानीय विधायक को हमेशा सम्मान दिया गया है। उनका JCCJ में शामिल होना उचित नहीं है। गौरतलब है कि किस्मत लाल नंद 2018 में कांग्रेस की टिकट पर सराईपाली से विधायक चुने गए। उन्होंने यह चुनाव रिकॉर्ड मतों से जीता था। उन्होंने एक लाख से ज्यादा वोट के तौर पर कुल 63 फ़ीसदी मत हासिल किये थे। ऊके सामने थे भाजपा के शयाम तांदी जिन्हे महज 48 हजार वोट ही हासिल हुए थे। ऐसे में उन्हें पूरी उम्मीद थी कि कांग्रेस इस बार भी उन्हें प्रत्याशी बनाएगी और सराईपाली से प्रतिनिधित्व का मौक़ा देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहाँ से पार्टी ने इस बार महिला उम्मीदवार पर दांव खेला है। चातुरी नंद इस बार पंजे के निशान पर चुनावी मैदान में है।
वही अब किस्मत लाल नंद ने पाला बदल लिया है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। इस तरह सराईपाली की सीधी लड़ाई इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील हो गई है। कांग्रेस से चातुरी नंद तो भाजपा से सरला कोसरिया चुनौती दे रही है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या किस्मत लाल नंद की किस्मत उनका साथ देती है या फिर मतदाताओं का रुझान बड़े दलों की तरफ ही बना रहता है।