रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव से आज यानी 22 दिसंबर को पहली बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे है। विधानसभा सत्र के अवसान के बाद आज राजभवन में भाजपा के नौ विधायक मंत्रीपद की शपथ लेंगे। इस मंत्रिमंडल में नए-पुराने चेहरों को एक साथ जगह दी गई है।
विष्णुदेव की टीम में जिस विधायक को मंत्री बनाये जाने की सबसे ज्यादा संभावना थी उनमें रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी का नाम सबसे ऊपर था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ के पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीतने वाले विधायक भी रहे। ओपी चौधरी ने कांग्रेस के प्रकाश शक्राजीत नायक को 64 हजार 443 वोटों के भारी अंतर से हराया है। उम्मीद जताई जा रही है कि ओपी को सीएम शिक्षा से जुड़ा कोई अहम महकमा सौंप सकते है। यानी या तो स्कूल शिक्षा अथवा उच्च शिक्षा मंत्रालय का प्रभार मिल सकता है।
गौरतलब है कि ओपी चौधरी ने तब अपने आईएएस की नौकरी को अलविदा कह दिया था जब वह छग सरकार के सबसे लोकप्रिय अफसरों में शुमार हो रहे थे। नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में शिक्षा के क्षेत्र में उनके काम से खुश होकर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने उन्हें सीधे रायपुर कलेक्टर की बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी। ओपी चौधरी सबसे कम उम्र में रायपुर के कलेक्टर रहने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है। रायगढ़ जिले से आने वाले ओपी आज जितना युवा छात्र-छात्राओं के बीच लोकप्रिय है उतने ही भाजपा के युवा नेताओं के बीच। पार्टी ने उन्हें महामंत्री की जिम्मेदारी भी सौंपी थी। पिछली बार उमेश पटेल के खिलाफ मिले हार का गम भुलाकर उन्होंने इस बार रायगढ़ से हाथ आजमाया और बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की।