जीपीएम: छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए सभी सियासी दल अपने पत्ते खोल चुके है। नब्बे फ़ीसदी से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी हो चुका है। ऐसे में अब पार्टिया प्रचार -प्रसार की तैयरियों में जुट गई है। लेकिन इन दलों के सामने एक नई समस्या आ खड़ी हुई है और यह है बागी नेताओं को मनाने और उनके असंतोष को कम करने की। इस समस्या से सबसे ज्यादा जूझ रही है भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़ी पार्टियां।
बात करें कांग्रेस की तो पार्टी के लिए नाराज नेताओं ने मरवाही विधानसभा में मुश्किलें खड़ी कर दी है। पार्टी के कई बड़े अधिकृत उम्मीदार डॉ केके ध्रुव के खिलाफ बैठकें कर रहे है। वे डॉ ध्रुव को टिकट दिए जाने से खासे नाराज है। वे हाईकमान से लगातार उम्मीदवार बदलने की मांग कर रहे है। क्षेत्र के जो नेता नाराज बताएं जा रहे है उनमें मरवाही जनपद अध्यक्ष प्रताप मरावी, गौरेला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मुद्रिका सर्राटी और पूर्व न्यायधीश प्रमोद परस्ते जिसे बड़े नाम शामिल है।
48 अधिकारी-कर्मचारियों को जिला कलेक्टर का कारण बताओं नोटिस, जानें क्या है वजह
जानकारी के मुताबिक़ उक्त नेता डॉ केके ध्रुव की उम्मीदवारी के खिलाफ बगड़ी गांव के देवी चौरा में बैठक कर रहे है। वे पार्टी द्वारा फैसला नहीं बदले जाने पर आगे की रणनीति बनने में जुटे हुए है। देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस नई मुसीबत से किस तरह निबट पाने में कामयाब रहती है? या फिर पार्टी को इस नाराजगी का नुकसान झेलना पड़ेगा।
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Follow us on your favorite platform: