MP-CG Weather Latest Update: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शीतलहर ने कंपकपी बढ़ा दी है और तापमान लगातार तेजी से गिर रहा है। पहाड़ी राज्यों के साथ मैदानी राज्यों में भी कड़कड़ाती ठंड पड रही है। कश्मीर हिमाचल की बर्फबारी से देश के कई राज्यों में शीतलहर देखने को मिल रहा है। ऐसे में बात करें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तो बदली और बारिश के मौसम के चलते शीतलहर थम गई है। ईस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते सभी जगह तापमान फिर से बढ़ने लगा है। ऐसे में आने वाले कुछ दिनों तक लोगों को ठंड से राहत मिलेगी। IMD के मुताबिक, दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में फिर तापमान गिरेगा और कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
MP Weather Latest Update
राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर के नयूनतम तापमान में बढ़त देखने को मिली है। बता दें कि, ईस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते तापमान में वृद्धि हुई है। भोपाल में तापमान 6.8 डिग्री , इंदौर 11.8 डिग्री , जबलपुर 6.4, पचमढ़ी 3.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। ग्वालियर संभाग में मॉडरेट फाग छाने की संभावना है। IMD के मुताबिक, 3 से 4 दिनों तक मौसम ऐसे ही रहने के आसार हैं। वहीं, दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में फिर से तापमान में गिरावट आएगी।
CG Weather Latest Update
मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ 70 डिग्री पूर्व और 28 डिग्री उत्तर में स्थित है। वहीं, एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बंगाल खड़ और उससे लगे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है। बढ़ते हुए तटीय आंध्र इसके उत्तर दिशा में आगे प्रदेश की ओर आने की संभावना है। इन दोनों मौसमी तंत्र के प्रभाव से हवा की दिशा में परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ में बादल छाए हुए हैं। परिणाम स्वरूप न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। बता दें कि, प्रदेश में 20 दिसंबर को बिलासपुर और रायपुर संभाग के पूर्वी जिले तथा बस्तर संभाग के जिलों में हल्की वर्षा होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बदली और बारिश का मुख्य कारण ईस्टर्न डिस्टर्बेंस है, जो इन क्षेत्रों में तापमान बढ़ने और ठंड में कमी का कारण बन रहा है।
ईस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण क्षेत्र में बदलते मौसम की स्थिति बनती है। यह बदली, हल्की बारिश और तापमान में बढ़ोतरी का कारण बनता है, जिससे ठंड अस्थायी रूप से कम हो जाती है।
मॉडरेट फॉग (मध्यम कोहरा) वह स्थिति है जब दृश्यता 200-500 मीटर के बीच होती है। यह हल्के और घने कोहरे के बीच की अवस्था मानी जाती है।
शीतलहर से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, घर के अंदर रहें, गर्म पेय पदार्थ लें, और बच्चों व बुजुर्गों का खास ध्यान रखें। ठंडी हवा से बचने के लिए मास्क या स्कार्फ का उपयोग करें।
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