Aaj ka Mausam: इंदौर। देशभर के कई राज्यों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। दिल्ली से लेकर यूपी-बिहार तक कड़ाके की ठंड से लोगों का बुरा हाल है। इसी बीच मौसम विभाग ने ताजा अपडेट जारी किया है। बता दें कि देश में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है। उत्तर-पश्चिम भारत में भयंकर ठंड और घने कोहरे के बीच बारिश भी दस्तक देने वाली है। कई राज्यों में एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ की वजह बादल बरसेंगे। IMD से मिली जानकारी के मुताबिक, 10 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा। इसके प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश होने की आशंका है।
मध्यप्रदेश की बात करें तो कल से ठंड का असर फिर बढ़ेगा। इंदौर में 12 जनवरी से फिर मावठा गिर सकता है। वहीं, उत्तर पश्चिम भारत में नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने से 10 जनवरी से इंदौर सहित मालवा निमाड़ के कई जिलों पर इसका असर रहेगा। इससे पहले कल से कड़के की ठंड का दौर शुरू होगा। दिन रात के पारे में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज होगी। बता दें कि, वर्तमान में इंदौर का न्यूनतम तापमान 12 और अधिकतम 25 डिग्री दर्ज हुआ है।
IMD से मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में आज से बादल छाएंगे, जिसकी वजह से दो दिन में रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक वृद्धि होगी। इसका प्रभाव प्रदेश में पड़ रही ठंड पर होगा, शीतलहर का प्रभाव समाप्त होगा। अन्य इलाकों में ठंड कम होगी। वहीं, विक्षोभ का प्रभाव 7 जनवरी से पुनः कमजोर होगा. जिससे पुनः ठंड की वापसी होने के आसार हैं। वहीं, 10 से 12 जनवरी तक कुछ इलाकों में बारिश भी दस्तक देने वाली है।
पश्चिमी विक्षोभ एक प्रकार का मौसमी तंत्र है, जो भूमध्य सागर से उत्पन्न होकर भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का कारण बनता है।
मौसम विभाग के अनुसार, 10 जनवरी 2025 से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और इसका प्रभाव उत्तर-पश्चिम भारत पर पड़ेगा।
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी राज्यों में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, उत्तराखंड आते हैं। आईएमडी के अनुसार, इन राज्यों में बादल बरस सकते हैं।
हां, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ठंड और घने कोहरे में वृद्धि की संभावना है। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है।
ठंड और बारिश से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, यात्रा के दौरान कोहरे में वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं, और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।