Sex Toys का इस्तेमाल करना क्यों है बेहतर? क्या इन्हें भारत में बेचना लीगल है? जानिए

Sex Toys का इस्तेमाल करना क्यों है बेहतर? क्या इन्हें भारत में बेचना लीगल है? जानिए Why is it better to use Sex Toys?

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  • Publish Date - August 18, 2022 / 12:27 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:47 PM IST

Sex Toys: नई दिल्ली। यौन संबंध बनाते समय क्या आपने कभी सेक्स टॉय का इस्तेमाल किया है किया है तो आपको जरूर पता होगा कि ये कितना बेहतर हो सकता है। सेक्स टॉय का इस्तेमाल ज्यादातर लोग उस समय करते हैं जब वह अकेले होते हैं। चाहे पुरुष हों या महिलाएं, सभी के लिए मार्केट में सेक्स टॉय उपलब्ध होते हैं। लेकिन अगर आप सेक्स टॉय का इस्तेमाल सेक्स को बेहतर बनाने के लिए करते हैं तो यह भी एक अच्छा आइडिया है। जब आप अपने पार्टनर के साथ यौन संबंध बना रहे होते हैं तो उस समय भी आप सेक्स का आनंद बढ़ाने के लिए सेक्स टॉय का इस्तेमाल कर सकते हैं।       >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

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Sex Toys और उनका इस्तेमाल
सेक्स टॉयज उन ख़ास तरह के खिलौनों को कहा जाता है जिनका इस्तेमाल सेक्स के दौरान आनंद उठाने के लिए किया जाता है। यह खिलौना ख़ास तौर पर वयस्कों के लिए डिज़ाइन किया जाता है। ये मुख्यतया फोरप्ले में इस्तेमाल किए जाते हैं। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग तरह के खिलौने होते हैं। मसलन डिल्डो या वाइब्रेटर महिलाओं के इस्तेमाल में आने वाले सेक्स टॉयज़ होते हैं।

Sex Toys: हालांकि हमारे समाज में सेक्स टॉय के इस्तेमाल को लेकर लोगों के विचार सीमित हैं। बावजूद इसके सेक्स टॉय आपकी जिंदगी में भरपूर आनंद लेकर आ सकता है। बहुत से लोगों ने सेक्स टॉय के बारे में सुना तो है, लेकिन उन्हें इस्तेमाल नहीं किया।

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जानिए भारत में सेक्स टॉय क़ानूनी तौर पर बिकता है या नहीं
Sex Toys: भारतीय पीनल कोड के सेक्शन 292 के अनुसार भारत में सेक्स टॉयज़ को खुलेआम नहीं बेचा या ख़रीदा जा सकता है। यह सेक्शन दरअसल किसी भी तरह के अश्लील समाग्री के सार्वजनिक रूप से बिक्री, प्रचार, प्रदर्शनी को बैन करता हैं. इन सामग्रियों में अश्लील चित्र, मूर्ती और किताबें शामिल है। इस वजह से भारत में सेक्स टॉयज को खुले तौर पर बेचने की जगह किसी और रूप में बेचा जाता है।

उदाहरण के लिए अधिकतर डिल्डो या वाइब्रेटर कई ऑनलाइन वेबसाइट पर मसाजर केटेगरी में नज़र आते हैं। गौरतलब है कि इस सेक्स टॉय का यह छद्म बाज़ार भारत में लगातार बड़ा होता जा रहा है। 2020 में भारत की सेक्सुअल वेलनेस इंडस्ट्री टोटल 1.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी।

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