Millionaires are migrating from India : नई दिल्ली। भारत देश शुरू से ही एक शक्तिशाली देश माना गया है। फिर चाहे वह शक्ति में हो या फिर अमीरी में। आज भी भारत में कई ऐसे लोग और उद्योगपति हैं जो अपनी बेसुमार दौलत के लिए ही जाने जाते हैं। टाटा, अंबानी, अडानी, महिन्द्र एवं अन्य उद्योगपति आज भारत में रहकर देश को सशस्त बनाने का काम कर रहे है। लेकिन दूसरी ओर कई करोड़पति भारत से दूसरे देश के लिए पलायन भी कर रहे है। यह पलायत का दौर आज भी जारी है। इनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पिछले कुछ सालों में अरबपतियों के देश छोड़कर जाने का ग्राफ बढ़ा है।
Millionaires are migrating from India : एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के 6 हजार से ज्यादा उद्योगपति देश से अलविदा कह चुके है। अगर ये सिलसिल ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब दूसरे देश में भारतीय करोड़पतियों का दबदवा रहेगा और भारत में उद्योगपतियों की कमी देखी जाएगी। करोड़पतियों के देश छोड़ने के मामले में भारत से भी आगे नंबर एक पर चीन है। सबसे ज्यादा संख्या में करोड़पति चीन छोड़कर विदेशों में जा रहे हैं। रिपोर्ट में है कि इस वर्ष भारत के करोड़पतियों की यह संख्या वर्ष 2022 की तुलना में 13 प्रतिशत कम है। पिछले साल भारत से 7,500 करोड़पतियों के देश छोड़ने का अनुमान है।
Millionaires are migrating from India : रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष होने वाले करोड़पतियों के पलायन में चीन शीर्ष पर है। चीन से इस वर्ष 13,500 करोड़पतियों पलायन कर अन्य देशों में बस सकते हैं। करोड़पतियों के देश छोड़ने के मामले में 3,200 की संख्या के साथ ब्रिटेन तीसरे और 3,000 की संख्या के साथ रूस चौथे नंबर पर है।
read more : Chanakya Niti: गर्भ में ही तय होते हैं किस्मत के ये 3 फैसले, इन्हें बदलना नामुमकिन
फर्म में निजी ग्राहकों के समूह प्रमुख डोमिनिक वोलेक ने कहा, “हालिया और लगातार उथल-पुथल एक बदलाव का कारण बना है। ज्यादातर निवेशक अपने परिवारों को सुरक्षा से लेकर शिक्षा, हेल्थ सर्विस, जलवायु परिवर्तन और यहां तक कि क्रिप्टो फ्रेंडली माहौल जैसे कारणों को लेकर किसी और देश में बसने पर विचार कर रहे हैं।” रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के हाई टैक्स कानून के साथ-साथ आउटबाउंड रेमिटेंस से संबंधित और ऐसे अन्य मुद्दे हैं जिसके चलते करोड़पति भारतीयों ने भारत से अपने निवेश को दूसरे देश में ले जाने के लिए मजबूर किया है।