देहरादून। एक दुल्हन अपनी बारात आने का इंतजार करती रही लेकिन बारात आई न दूल्हा। लड़की पक्ष की सभी तैयारियां वैसे ही धरी रह गईं। शादी में शामिल होने पहुंचे ग्रामीण और मेहमानों को भी मायूस होकर लौटना पड़ा। कहा जा रहा है कि दूल्हे की बारात से एक दिन पहले प्रेमिका उसके घर पहुंची थी और प्रेमिका के दबाव में दूल्हे ने इस शादी से इनकार कर दिया था।
दुल्हन पक्ष को जब अगले दिन इसकी भनक लगी तो दोनों पक्षों के बीच पंचायत भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकाला। इसके बाद दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हा पक्ष के खिलाफ दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बारात नहीं लाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी गई।
यहां गांव में लक्सर से बरात आनी थी। दुल्हन पक्ष के ओर से बरात के स्वागत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं थी। खाना बना था। मेहमान और ग्रामीण बरात का इंतजार करते रहे। बरात काफी देर तक नहीं आई, तो ग्रामीणों ने भोजन शुरू कर दिया और बारात की राह ताकने लगे, लेकिन बरात दूर-दूर तक नहीं दिखी। पूछते रहे कि बरात कहां अटक गई है। दुल्हन के पिता ने दूल्हे पक्ष को फोन किया। फोन रिसीव नहीं हुआ।
बाद में पता चला कि दूल्हे की बरात घर से निकली ही नहीं है। इससे दुल्हन पक्ष के पैरों तले जमीन खिसक गई। दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हे की मांग पर बुलेट दहेज के लिए दूल्हे के नाम से ही खरीदी थी। बारात नहीं आने पर ग्रामीण मायूस होकर लौट गए। बरातियों के लिए बना खाना बर्बाद हो गया। लोग आपस में चर्चा करने लगे।
इसके बाद दुल्हन पक्ष को पता चला कि दूल्हे की प्रेमिका बरात से एक रोज पहले उसके घर पहुंच गई। प्रेमिका ने दूल्हे से दूसरी जगह शादी करने पर धमकी दी। इससे दूल्हा और उसका परिवार दबाव में आ गया और बरात नहीं लाया। बताया जा रहा कि जब दुल्हन पक्ष ने दूल्हा पक्ष को प्रेमिका का जिक्र किया तो उनसे बात छिपाई गई।