Making money from ghosts : नई दिल्ली। डर मानव की जिंदगी से जुड़ा एक हिस्सा है। कहते हैं कि उत्साह के साथ डर भी मौजूद होता है। कई लोगों को भूत पर यकीन होता है तो कई लोग इसे भ्रम का नाम भी देते है। भूत का नाम सुनकर या देखकर किसी के भी पसीने छूट जाए लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि भूतों को भी वस में किया जा सकता है। भूत आत्मा है या फिर कुछ और..! ऐसा माना जाता है आत्माओं को वस में करने वाले भी खूब माल कमाते हैं। ऐसा ही वाक्या सामने आया है। जहां एक लड़की आत्माओं के जरिए पैसा कमाती है।
Making money from ghosts : अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाली अमांडा पॉलसन ने ये खुद बताया है। इस लड़की का कहना है कि ये भूतिया घर में पली बढ़ी है। यहां बहुत सी डरावनी घटनाएं देखने को मिलती हैं। अगर लोग इस बारे में सुन लें, तो घर के आसपास भी न आएं। लेकिन अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाली अमांडा पॉलसन के लिए ये सब सामान्य है। वो इसी घर में पली बढ़ी।
उनका कहना है कि इसी की वजह से उन्हें एक बड़ा फायदा हुआ है। अब वो भूतों के बारे में पता लगा सकती हैं। इसी से वो खूब पैसा भी कमा रही हैं। अमांडा पेशे से एक रिसर्चर और इन्वेस्टिगेटर हैं। वो पैरानॉर्मल चीजों पर काम करती हैं। जानकारी अनुसार, अमांडा ने बताया कि उन्हें सबसे पहले भूतों में दिलचस्पी कब आई। वो कहती हैं, ‘मुझे पहला अनुभव तब मिला, जब मैं सात साल की थी। मैं मोंटाना में भूतिया घर में रहती थी। मेरी डॉल रात के वक्त अपनेआप हिलती डुलती थीं और मुझे अपने घर के डरावने बेसमेंट को लेकर बुरे सपने आते थे। मैं तब इन सबसे काफी डर गई थी। लेकिन जब मैं 18 साल की हुई तो ये अच्छा लगने लगा। इसलिए मैंने फैसला लिया कि मैं भूत ढूंढने का काम करूंगी और उसके बाद से भूतों के प्रति मेरी दिलचस्पी बढ़ती चली गई।’
अमांडा ने बताया कि उन्होंने भूतों से जुड़ी किताबें पढ़ीं और टीवी शो देखे। उन्होंने पहली बार उइजा बोर्ड इस्तेमाल किए जाने वाली घटना के बारे में भी बताया। अमांडा ने कहा कि मैं हाई स्कूल से निकली थी और दोस्त के नए अपार्टमेंट में रह रही थी। हमने इंटरनेट से देखकर उइजा बोर्ड का इस्तेमाल किया. तब अपने पास न फोन रखा, न बिजली का कोई उपकरण ऑन था और न ही लाइट जल रही थीं। हम केवल मोमबत्ती की रोशनी का इस्तेमाल कर रहे थे। एक बार जब इसे शुरू किया तो हमें तुरंत जवाब मिलने लगे। हमें 1800 के दशक के एक शख्स का भूत मिला। वो कहती हैं कि मैं लोगों पर कभी कुछ थोपती नहीं हूं, लेकिन भूतों को ढूंढने का काम करने से अपने जीवन को अधिक संतुष्टिपूर्ण तरीके से जीने में मदद मिलती है। वो उम्मीद करती हैं कि लोगों को भी विश्वास हो तो उन्हें भी ऐसी ही संतुष्टि मिलेगी।