Groom Returned Home Without Bride: पटना। बिहार से एक बार फिर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक गांव में शादी हो जाने के बाद भी दूल्हे को अपनी बारात बिना दुल्हन की लानी पड़ी। बताया जा रहा है कि पूरे हिंदू रीति रिवाज से अग्नि के सात फेरे लेने के बाद भी दूल्हे को अकेले घर आना पड़ा। जानकारी के मुताबिक लड़का और लड़की दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला इतना आगे बढ़ा कि गांव के पंचायत में भी इनका विवाद न सुलझ सका।
दरअसल, बिहार के एक गांव में रविवार की रात शादी थी। बारात पहुंचने के बाद सभी बरातियों का स्वागत किया गया। खाना-पीना भी हुआ। यहां तक कि हिंदू रीति रिवाज के अनुसार वरमाला के बाद मंत्र उच्चारण के बीच लड़के ने लड़की की मांग ने सिंदूर भी भर दी और दोनों एक साथ अग्नि के सात फेरे भी ले लिए। लेकिन तभी लड़की ने ससुराल जाने से इंकार कर दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। विवाद होने की खबर पर गांव के लोगों ने दोनों पक्ष में चल रहे विवाद को पंचायती शुरू कर दी।
बता दें कि घटना सीतामढ़ी के एक गांव की है, जहां समस्तीपुर जिले से बारात आई थी। बारात पहुंचने के बाद सभी बरातियों का स्वागत किया गया। खाना-पीना के बाद हिंदू रीति रिवाज के अनुसार वरमाला के बाद दूल्हा ने लड़की की मांग ने सिंदूर भर दी। फिर दोनों एक साथ अग्नि के सात फेरे भी लिए। लेकिन विवाह स्थल पर दूल्हा को नए कपड़े पहनने की रस्म शुरू होते ही हंगामा मच गया।
धोती कुर्ता पहनने के लिए लड़का ने जैसे ही अपने कपड़े उतारे, लड़की को उसका पैर मोटा दिख गया। लड़की पक्ष के द्वारा लड़के के पैर में फाइलेरिया होने की शिकायत करने लगे। फाइलेरिया से ग्रसित लड़के के साथ दुल्हन ने ससुराल जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद लड़का और लड़की दोनो पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गए।
Groom Returned Home Without Bride: विवाद होने की खबर पर गांव के लोगों ने दोनों पक्ष में चल रहे विवाद को पंचायती शुरू कर दी। अंततः शादी के हुए पूरे खर्च की राशि लड़के वाले को देने का निर्णय लिया गया। पंचायत के द्वारा लिए गए निर्णय पर लड़का पक्ष के लोगों ने शादी की पूरी राशि जमा की। इसके बाद बरात बिना दुल्हन के वापस लौट गई। इस संबंध में गांव के ही सुरेंद्र यादव व खुशनंदन यादव ने बताया कि लड़की और लड़का दोनों पक्ष के लोगों के साथ बातचीत की गई, जिसमें लड़की की शादी में हुए खर्च की राशि लड़के वाले को देने को कहा गया। लड़के वाले तय राशि देने को राजी हो गए और इसके बाद बारात वापस लौट गई।