हैदराबाद। भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मोबाइल फोन, लैपटॉप और करेंसी को सैनिटाइज करने वाली एक मशीन विकसित की है। हैदराबाद की डीआरडीओ प्रयोगशाला ने इस डिवाइस का नाम डिफेंस रिसर्च अल्ट्रावॉयलेट सैनिटाइजर रखा है। यह डिवाइस प्रॉक्सिमिटी सेंसर स्विच ड्रॉअर ओपनिंग और क्लोजिंग मैकेनिज्म में काम करता है। मशीन के अंदर रखी हुई वस्तुओं को UVC का 360 डिग्री एक्सपोजर प्रदान करता है। मशीन के अंदर रखी हुई वस्तु एक बार साफ होने के बाद डिवाइस स्लीप मोड में चली जाती है।
A DRDO lab in Hyderabad has developed a Contactless Sanitisation Cabinet called Defence Research Ultraviolet Sanitizer which has been designed to sanitize mobile phones, iPads, laptops, currency notes, challans etc: Defence Research and Development Organisation (DRDO) pic.twitter.com/PWqGdPJX4p
— ANI (@ANI) May 10, 2020
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वहीं, इसके पहले डीआरडीओ ने एक पराबैंगनी (यूवी) डिसइंफेक्शन टॉवर का विकास किया है। यह टॉवर कोरोना संक्रमण बहुल क्षेत्रों को बिना किसी केमिकल के इस्तेमाल के बहुत जल्द संक्रमणमुक्त करने में सक्षम है।
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रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया था कि कमरा अगर 12 गुना 12 फीट के आकार का हो तो यह टॉवर उसे सिर्फ 10 मिनट में संक्रमणमुक्त कर देगा। अगर कमरे का क्षेत्रफल 400 वर्गफीट हो और उपकरण उसके अलग-अलग हिस्सों में रखे जाएं तो उसे संक्रमणुक्त होने में सिर्फ 30 मिनट लगेंगे।’ मंत्रालय ने बताया था कि इस टॉवर को लैपटॉप व मोबाइल के वाईफाई लिंक के जरिये भी संचालित किया जा सकता है। इसमें 43 वाट के छह यूवीसी लैंप लगे होते हैं, जिनका तरंगदैर्ध्य 254 नैनोमीटर होता है और वे 360 डिग्री में प्रकाश देते हैं।
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