Strong Biodata Tips: बायोडाटा वो डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें आपकी निजी जानकारियां शामिल होती हैं। यानी आपका नाम, आपकी जन्म-तिथि, आपका जेंडर, धर्म, पता आदि। बायोडाटा किसी भी व्यक्ति का हो सकता है चाहे वो एजुकेटेड हो या न हो। चाहे वो जॉब के लिए अप्लाई कर रहा हो या फिर कुछ भी। लेकिन, एक अच्छी नौकरी के लिए बायोडाटा का होना बेहद जरूरी है। हालांकि आजकल के समय में हर कोई अपना बायोडाटा बनाता है, लेकिन इसमें मात्र 25 प्रतिशत बॉयोडेटा ही रिक्रूटर के सामने जाने योग्य होते हैं। बाकि के 75% बॉयोडेटा फॉर्मेटिंग, गलत कंटेंट, भारी भरकम शब्द और स्किल के कारण नियोक्ता की टेबल तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे में अगर आप अपना बायोडाटा मजबूत बनाना चाहते हैं तो इन बातों का विशेष ध्यान रखें…
कैसे मजबूत बनाएं बायोडाटा
एक अच्छी नौकरी पाने के लिए आजकल के समय में एक बॉयोडेटा में इंटर्नशिप या ऑन जॉब ट्रेनिंग, एक्सपीरियंस, डिजिटल स्किल व कम्प्युनिकेशन स्किल जैसी इन डिमांड स्किल्स का होना बहुत जरूरी होता है।साथ ही ये स्किल्स बॉयोडेटा में सही जगह पर लिखी होंनी चाहिए। ऐसे में बायोडाटा बनाते समय आपको नीचे दिए गए पांच खास बातों का ध्यान देना होगा…
मजबूत बायोडाटा बनाने के लिए फॉलो करें ये स्टेप्स
इंटर्नशिप या ऑन जॉब ट्रेनिंग : इंटर्नशिप में आपको संस्थान के वरिष्ठ लोगों के साथ काम करने का अवसर मिलता है जिनके अनुभवों से आप बहुत कुछ सीखते हैं। साथ ही ऑन जॉब ट्रेनिंग आपको किसी भी क्षेत्र में काम करने के विधिवत तरीके से अवगत कराती है।
आईटी स्किल्स: अच्छी नौकरी के लिए हर युवा के अंदर जरूरी आईटी स्किल्स, जैसे ई मेल भेजना, ई-मेल्स का जवाब लिखना, एम एस एक्सेल पर काम करना आना चाहिए।
कम्प्युनिकेशन स्किल: अच्छी नौकरी के लिए आपका भाषा ज्ञान, व्यवहार, बात करने का तरीका, मीटिंग में प्रस्तुति आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स को दर्शाता है।
नॉलेज टूल्स या मॉड्यूल: आप जिस भी क्षेत्र में काम करने जा रहे हैं उस क्षेत्र के बारे में पहले पता कर लें, कि किन टूल्स और मॉड्यूल्स का वहां इस्तेमाल होता है और उन्हें कैसे इस्तेमाल करते हैं।
एक्सपीरियंस: किसी भी क्षेत्र में अच्छी नौकरी के लिए आवेदन करते समय अगर उस क्षेत्र में काम करने का आपके पास अनुभव है तो नियुक्ति प्रक्रिया सरल हो जाती हैय़ ऐसे में आप सैलरी पर भी खुलकर बातचीत कर सकते हैं।