PM Modi on Green Jobs: नई दिल्ली। आज भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। लोगों में स्वतंत्रता दिवस को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले में 11वीं बार तिरंगा फहराया। अपने संबोधन में पीएम ने देश के लिए कई बड़े ऐलान किए। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए विकसित भारत @2047 का रोड मैप रखा। लाल किले में आज दिया हुआ उनका सबसे लंबा भाषण है। नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर 97 मिनट का भाषण देकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस भाषण में मेडिकल में 75 हजार सीटें बढ़ाने से लेकर ग्रीन जाॅब्स तक की बात उन्होंने कही। क्या है ग्रीन जॉब आइए जानते हैं….
क्या है ग्रीन जॉब
ग्रीन जॉब्स उन सेक्टर के रोजगार से संबंधित है, जो इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके कामकाज से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन आदि सेक्टर में निकलने वाली नौकरियों को ग्रीन जाॅब्स कहा जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को लेकर भारत ग्लोबल बनाना है। इस लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है, तो देश के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे। इस सेक्टर में बहुत रोजगार आएंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि 5 सालों में देश में मेडिकल की 75 हजार सीटें और बढ़ाई जाएंगी।
ग्रीन जाॅब्स में भारत की स्थिति
इंटरनेशनल रिन्यूबल एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2020-21 में कुल 8,63,000 लोगों को ग्रीन जॉब्स सेक्टर में नौकरियां मिली। इन नौकरियों में 2,17,000 सौर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 4,14,000 जल विद्युत सेक्टर से थे। वहीं, रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2021 में 2.17 लाख सोलर फोटोवेल्टेक जाॅब और 4.14 लाख हाइड्रोपावर नौकरियों का सृजन किया गया था।
ग्रीन जाॅब्स में करियर बनाने के लिए योग्यता
ग्रीन जाॅब्स में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस का कोर्स कर सकते हैं। एनवायरनमेंटल साइंस से MSc या MTech और MBA भी कर सकते हैं। इन कोर्स की पढ़ाई करने के बाद सोलर एनर्जी आदि सेक्टर में नौकरियां मिल जाती हैं। छात्र जेएनयू, डीयू, इग्नू सहित कई संस्थानों से इसकी पढ़ाई कर सकते हैं।