भोपाल। Gram Panchayat Sachiv Kaise Bante Hai? : ग्राम सचिव या गांव सचिव एक ग्राम का जिम्मेदार व्यक्ति माना जाता है। जो गांव के विकास के लिए कार्य करता है। ग्राम सचिव की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। जो सरकार और ग्राम पंचायत के बीच कड़ी का काम करता है। गांव में हो रही सड़क का निर्माण, पंचायत के कार्य, पीने का पानी आदि सभी की व्यवस्था करवाना तथा गांव के लोगों की समस्याओं को सुलझाना और उसके साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ गांव तक पहुंचाना होता है।
Gram Panchayat Sachiv Kaise Bante Hai? : इसके अलावा योजना के माध्यम से लाभार्थियों को प्राप्त अनुदानित राशि भेजने से संबंधित जानकारी रखने का कार्य भी ग्राम सचिव द्वारा किया जाता है। गांव के लिए एक ग्राम सचिव बहुत महत्व रखता है। सरकार द्वारा ग्राम पंचायत के लिए भर्ती निकाली जाती है जिसके तहत आवेदन कर सकते हैं।
ग्राम सचिव बनने के लिए उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त बोर्ड से इंटरमीडिएट पास होना चाहिए।
आवेदक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक पास होना चाहिए।
उम्मीदवार की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों एससी/एसटी/ओबीसी आदि को अधिकतम आयु सीमा में छूट भी मिलती है।
ग्राम पंचायत सचिव की परीक्षा में दो पेपर देने होते है। पहले पेपर में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसके लिए कुल 100 अंक निर्धारित होते हैं। इसके लिए समय सीमा 2 घंटा दी जाती है। दूसरा पेपर भी 100 अंकों का होता है और उसमें भी 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है। इन दोनों परीक्षाओं में अलग-अलग विषयों के प्रश्न होते हैं जिन्हें हल करना होता है। प्रश्न पत्र में आने वाले विषय इस प्रकार है।
सामान्य जागरूकता (General Intelligence)
हिंदी (Hindi)
अंग्रेजी (English)
गणित (Mathematics)
तार्किक क्षमता (Reasoning)
ग्राम पंचायत या ग्राम सचिव के पद पर नियुक्त व्यक्ति को हर महीने अच्छा वेतन मिलता है ताकि वह अपने और अपने परिवार का अच्छे से खर्च चला सके। सामान्यत एक ग्राम सचिव का मासिक वेतन 35,000 से लेकर 63,000 रुपए तक होता है। सभी राज्यों में ग्राम सचिव की सैलरी अलग-अलग होती है। वेतन के अलावा ग्राम सचिव को महंगाई भत्ता, आवास भत्ता, यात्रा भत्ता सहित कई भत्ते भी मिलते हैं। अगर ग्राम पंचायत सचिव का कार्यकाल ज्यादा दिन तक रहता है तो उसे प्रमोशन भी दिया जाता है।
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण सचिव के रिक्त स्थानों को भरने के लिए विज्ञापन जारी किया जाता है।
जब ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विज्ञापन जारी किया जाता है उस समय अभ्यर्थी को आवेदन करना होता है।
ग्राम पंचायत सचिव के लिए सभी राज्यों में अलग-अलग एग्जाम कंडक्ट कराई जाती है।
सबसे पहले रिटन एग्जाम लिया जाता है।
पास हो जाने पर आपके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है।
उसके बाद ग्राम पंचायत सचिव को 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है।
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद राज्य के किसी भी ग्राम पंचायत सचिवालय में ग्राम सचिव पद पर नियुक्ति की जाती है।