नईदिल्ली। कोविड 19 के संक्रमण से बचने और लॉकडाउन (Lockdown) के कारण ज्यादातर प्रतिष्ठानों में घर पर रहकर काम करने का फरमान जारी किया है, जिसके बाद सब वर्क फ्रॉम होम यानी कि घर से काम कर रहे हैं। लेकिन खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी के चलते काम करने में परेशानी हो रही है, जिसे देखते हुए अब इंटरनेट की स्पीड 25 प्रतिशत तक तेज हो सकती है।
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दरअसल ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, यूट्यूब, Zee5 अपनी वीडियो रेजोलशन को स्टैंडर्ड डेफिनेशन पर रखने के लिए तैयार हो गए हैं, ज़्यादातर लोग घर बैठकर मूवीज़ और वीडियोज़ देख रहे थे, इसमें ज्यादातर वीडियो हाई डेफिनेशन के अंदर देखें जा रहे थे जिसके चलते टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क पर बोझ पड़ रहा था।
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टेलीकॉम कंपनियों ने इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को चिट्ठी लिखकर अपना रेजोल्यूशन लो रखने की मांग की थी, साथ ही टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग को भी चिट्ठी लिखी थी दूरसंचार विभाग ने भी इन कंपनियों को निर्देश दिए थे कि आप ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए कदम उठाइए। अब ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के इस कदम से टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क पर बोझ बहुत कम होगा टेलीकॉम कंपनियां जहां जरूरत है वहां पर डेटा मुहैया करा पाएंगे। साथ ही लोग भी आसानी से घर से काम कर सकेंगे।
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करोना की वजह से सभी लोग घर से काम कर रहे हैं, इससे टेलीकॉम कंपनियों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर बोझ भी लगातार बढ़ रहा है, इस बोझ को कम करने के लिए टेलीकॉम कंपनियां आपस में नेटवर्क शेयरिंग करने की तैयारी कर रही हैं ताकि ज़रुरत पड़ने पर सारी इमरजेंसी सेवाओं को पूरी तरह से चालू रखा जाए।