ढाका, पांच दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने देश में हिंदुओं पर हमलों की खबरों के बीच अल्पसंख्यकों पर हमलों के बारे में सटीक जानकारी एकत्र करने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए धार्मिक नेताओं से बृहस्पतिवार को सहयोग मांगा।
यहां बांग्लादेश के धार्मिक नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रमुख सलाहकार यूनुस ने कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमलों का मुद्दा फिर से सामने आया है और वास्तविकता तथा विदेशी मीडिया द्वारा प्रकाशित समाचारों के बीच सूचना का अंतर है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘बीएसएस’ ने उनके हवाले से कहा, ‘‘हम सटीक जानकारी जानना चाहते हैं और जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया स्थापित करना चाहते हैं।’’
मुस्लिम, हिंदू, ईसाई और बौद्ध समुदायों के नेताओं की मौजूदगी में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए यूनुस ने कहा कि देश के सभी लोगों के समान अधिकार हैं और संविधान द्वारा प्रदत्त लोगों के अधिकारों को सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि यदि देश में अल्पसंख्यकों पर हमले की कोई घटना होती है तो ऐसी घटनाओं के बारे में तुरंत जानकारी एकत्र की जानी चाहिए और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग दोषी हैं, उन्हें उनके कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’’
प्रमुख सलाहकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए माहौल बनाने तथा पीड़ितों के लिए तत्काल राहत सुनिश्चित करने हेतु कदम उठाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बांग्लादेश के ज्यादातर लोग मेरी बात से सहमत हैं।’’
‘डेली स्टार’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार उन्होंने धार्मिक नेताओं से कहा, ‘‘हमारे मतभेदों के बावजूद हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आपसे (आज की वार्ता में) शामिल होने का अनुरोध किया है ताकि आप जान सकें कि किस प्रकार सुरक्षित तरीके से सूचना एकत्रित की जा सकती है, ताकि सूचना प्रदाता परेशानी में न पड़ें।’’
मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को पांच अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार गिरने के बाद से 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश