चिनफिंग ने रूस, यूक्रेन के बीच सीधा संवाद शुरू कराने में मदद का आह्वान किया

चिनफिंग ने रूस, यूक्रेन के बीच सीधा संवाद शुरू कराने में मदद का आह्वान किया

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  • Publish Date - July 8, 2024 / 03:57 PM IST,
    Updated On - July 8, 2024 / 03:57 PM IST

बीजिंग, आठ जुलाई (एपी) चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान से मुलाकात के दौरान वैश्विक महाशक्तियों से सीधा संवाद बहाल करने में रूस और यूक्रेन की मदद करने का आह्वान किया। सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी ने यह जानकारी दी।

ओरबान पिछले सप्ताह रूस और यूक्रेन की यात्रा करने के बाद अचानक चीन पहुंचे। वह यूक्रेन में शांति समझौते की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए ये यात्राएं कर रहे हैं।

सीसीटीवी के अनुसार, ओरबान ने शांति के लिए चीन की पहल की तारीफ करते हुए उसे सकारात्मक और महत्वपूर्ण बताया तथा उसे वैश्विक उथल-पुथल के बीच स्थिरता लाने वाली ताकत करार दिया।

ओरबान ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि रूस और यूक्रेन के अलावा ‘‘युद्ध खत्म होना तीन वैश्विक महाशक्तियों… अमेरिका, यूरोपीय संघ और चीन के निर्णय पर निर्भर करता है।’’ उन्होंने शी चिनफिंग से हाथ मिलाते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की।

शी से ओरबान की दो महीने पहले भी मुलाकात हुई थी जब चीन के राष्ट्रपति यूरोप के तीन देशों की अपनी यात्रा के दौरान हंगरी पहुंचे थे। उन्होंने फ्रांस और सर्बिया की यात्रा भी की थी।

ओरबान के शासनकाल में हंगरी ने चीन के साथ महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक संबंध बनाए हैं। हंगरी में चीन की इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी विनिर्माण की अनेक इकाइयां हैं।

ओरबान की यह यात्रा पिछले सप्ताह यूक्रेन और रूस की इसी तरह की अघोषित यात्रा के कुछ ही दिन बाद हो रही है, जहां उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि यूक्रेन, रूस के साथ तत्काल संघर्ष विराम पर सहमत होने पर विचार करे।

यूक्रेन और यूरोपीय संघ ने रूस की यात्रा को लेकर ओरबान की आलोचना की है।

ओरबान ने कहा, ‘‘दोनों युद्धरत देशों से बात करने वाले देशों की संख्या कम होती जा रही है। हंगरी धीरे-धीरे यूरोप में इकलौता ऐसा देश बनकर उभर रहा है, जो हर किसी से बात कर सकता है।’’

हंगरी ने महीने की शुरुआत में यूरोपीय संघ की छह महीने की क्रमिक अध्यक्षता संभाली थी। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया था कि ओरबान यूरोपीय परिषद के शीर्ष प्रतिनिधि के तौर पर मॉस्को आए थे। यूरोपीय परिषद के कई शीर्ष अधिकारियों ने पुतिन की बात को खारिज किया था और कहा था कि ओरबान को द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के अलावा कुछ भी करने का अधिकार प्राप्त नहीं है।

यूरोपीय संघ में पुतिन के सबसे करीबी सहयोगी माने जाने वाले ओरबान ने यूक्रेन की सहायता करने और युद्ध के लिए मॉस्को पर प्रतिबंध लगाने के यूरोपीय संघ के प्रयासों को नियमित रूप से अवरुद्ध, विलंबित या कमजोर किया है। वह लंबे समय से यूक्रेन में शत्रुता समाप्त करने की वकालत करते रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इसका देश की क्षेत्रीय अखंडता या भविष्य की सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

एपी वैभव नरेश

नरेश