रायपुर। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आज देश समेत विश्व भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, जहां देश-विदेश में पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरुकता को लेकर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 को मनाया गया था।
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5 जून को विश्व भर में पर्यावरण से जुड़ी अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिनमें पर्यावरण सुरक्षा के उपायों को लागू करने के लिए बच्चों से लेकर बुजुरेग तक के लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है। लोगों को जागरुक करने के लिए पेड़-पौधे लगाना, साफ-सफाई अभियान, सड़कों में रैलिया फेसबुक, ट्विटर, ईमेल समेत कई प्रकार से जागरुकता का संदेश दिया जाता है।
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पर्यावरण दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 16 जून 1972 को स्टॉकहोम में की थी। लेकिन 1974 के बाद से अलग-अलग देशों में विश्व पर्यावरण दिवस का सम्मेलन की शरुआत हुई। वहीं भारत में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 19 नवंबर 1986 में लागू किया गया। इधर मुख्यमंत्री बघेल ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस‘ के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण को संरक्षित रखने और छत्तीसगढ़ को हरा-भरा बनाये रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण संतुलन बिगड़ने से आज जल, वायु, भूमि सभी क्षेत्रों में प्रदूषण का बढ़ना एक बड़ी चुनौती के रूप में हमारे सामने है।