इस्लामाबाद, 16 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने तथाकथित ‘फायरवॉल’ लगाए जाने की अटकलों के बीच पहली बार स्वीकार किया कि वह साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए अपनी ‘वेब प्रबंधन प्रणाली’ को उन्नत बनाने पर काम कर रहा है, जिसकी वजह से देश में इंटरनेट चलाने वाले लोगों को कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। मीडिया में शुक्रवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई।
पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों में मोबाइल डेटा का इस्तेमाल करते वक्त लाखों लोगों को कुछ वक्त से इंटरनेट सेवाओं का इस्तेमाल करते वक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तान में अब तक सरकारी तंत्र लोगों की समस्याओं और मीडिया में आ रही खबरों को लगातार नजरअंदाज करता आ रहा था और दावा कर रहा था कि ये समस्याएं दूरसंचार, इंटरनेट सेवा प्रदाताओं तथा मेटा की वजह से हो रही हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं दूरसंचार पर सीनेट की स्थायी समिति की बृहस्पतिवार को एक बैठक के बाद सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार राज्य मंत्री शजा फातिमा ख्वाजा ने कहा कि सरकार ने इंटरनेट सेवाओं में दिक्कत को लेकर पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण और अन्य संस्थानों से रिपोर्ट मांगी थी।
‘डॉन’ समाचारपत्र ने ख्वाजा के हवाले से कहा, “इंटरनेट धीमा नहीं पड़ना चाहिए। हम पाकिस्तान में 5जी लाने की बात कर रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं और तेज गति वाले नेट को लेकर बातचीत जारी है।’’
जब मंत्री से ‘फायरवॉल’ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है’’।
उन्होंने कहा, “सरकार एक वेब प्रबंधन प्रणाली संचालित कर रही है। अब इस प्रणाली को उन्नत किया जा रहा है।”
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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