(बरूण झा)
दावोस, 23 जनवरी (भाषा) महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की वकालत करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बृहस्पतिवार को कहा कि समाज में महिलाओं के सशक्त होने पर नवाचार और प्रगति की संभावनाएं खुलती हैं।
‘एलायंस फॉर ग्लोबल गुड-जेंडर इक्विटी एंड इक्वलिटी’ की संस्थापक और अध्यक्ष ईरानी ने यहां विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक के अवसर पर राष्ट्रमंडल सचिवालय के साथ गठबंधन की साझेदारी की घोषणा की।
पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा, ‘‘ग्लोबल गुड अलायंस और राष्ट्रमंडल के बीच साझेदारी समय के अनुकूल और महत्वपूर्ण है।’’
इस गठबंधन की शुरुआत पिछले साल डब्ल्यूईएफ की वार्षिक बैठक 2024 के मौके पर की गई थी, जिसमें वह शामिल हुई थीं।
ईरानी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए आवश्यक कार्यों पर जोर दिया और कहा, ‘‘जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो नवाचार और प्रगति की संभावनाएं खुल जाती हैं।’’
उन्होंने कहा कि एक साथ काम करके, यह सहयोग लैंगिक समानता प्राप्त करने, डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
राष्ट्रमंडल महासचिव पैट्रिशिया स्कॉटलैंड ने सहयोग के बारे में बात करते हुए कहा कि यह साझेदारी शिक्षा, कौशल विकास और आर्थिक समावेशन के माध्यम से 56 राष्ट्रमंडल देशों में महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के हमारे साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य जोर उद्यमिता पर होगा।’’
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच से जुड़े मुद्दों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सहयोग से एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों का विस्तार किया जाएगा, तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि महिलाएं और लड़कियां भविष्य की नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल से लैस हों।
एलायंस और राष्ट्रमंडल सचिवालय को बधाई देते हुए भारतीय उद्योग परिसंघ(सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्थाएं अधिक डिजिटल, प्रौद्योगिकी-संचालित उद्योगों की ओर बढ़ रही हैं, यह आवश्यक है कि महिलाओं को उभरते क्षेत्रों में भाग लेने के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया जाए।
भाषा सुभाष माधव
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