नई दिल्ली। भारत बायोटेक का टीका अमेरिका में 2 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों को लग सकता है। इसके लिए भारत बायोटेक की सहयोगी ओक्यूजेन इंक ने कनाडा और अमेरिकी प्राधिकरण के आधिकारियों से इजाजत मांगी है। अगर अमेरिका और कनाडा इसकी इजाजत दे देता है तो भारत में भारत बायोटेक द्वारा बनाए गए कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन का इस्तेमाल इन दोनों देशों में भी होने लगेगा।
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कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के लिए अमेरिका और कनाडा में भारत बायोटेक की सहयोगी ओक्यूजेन इंक ने शुक्रवार को कहा कि उसने बच्चों के लिए टीके के इस्तेमाल को लेकर अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) के पास आवेदन दिया है। ओक्यूजेन ने दोनों देशों से कहा है कि उसका आवेदन भारत बायोटेक द्वारा दो साल से 18 साल के 526 बच्चों-किशोरों पर भारत में दूसरे-तीसरे चरण के ‘क्लीनिकल ट्रायल’ के नतीजे पर आधारित है।
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टीके के असर को जानने के लिए भारत में करीब 25,800 वयस्कों पर किए गए तीसरे चरण के नतीजे का भी उल्लेख किया गया है। ओक्यूजेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सह-संस्थापक तथा बोर्ड के अध्यक्ष शंकर मुसुनूरी ने कहा, ‘बाल चिकित्सा उपयोग को लेकर अमेरिका में टीके का आपातकालीन उपयोग इस्तेमाल के लिए आवेदन देना टीके को उपलब्ध कराने और कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.’
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उन्होंने कहा कि कुछ अध्ययन से यह विचार सामने आया है कि लोग खुद के लिए और खासकर अपने बच्चों के लिए टीका के चयन में और विकल्प चाहते हैं। नए किस्म के टीका के उपलब्ध होने से लोग डॉक्टरों से परामर्श कर अपने बच्चों के लिए बेहतर फैसला कर पाएंगे। हाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोवैक्सीन के आपाकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी।
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हालांकि, ऐसा हो सकता है कि Ocugen द्वारा दिया गया डेटा, जिसमें परीक्षण अमेरिका से बाहर किया गया है, एफडीए के लिए अनुरोध को स्वीकार करने के लिए पर्याप्त नहीं होगा। यानी संभव है कि भारत बायोटेक की सहयोगी कंपनी का प्रस्ताव खारिज हो जाए।