‘एचएईएस’ जीवनशैली परामर्श क्या है? वजन-केंद्रित उपचारों के साथ इसकी तुलना कैसे की जाती है

‘एचएईएस’ जीवनशैली परामर्श क्या है? वजन-केंद्रित उपचारों के साथ इसकी तुलना कैसे की जाती है

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  • Publish Date - September 17, 2024 / 05:48 PM IST,
    Updated On - September 17, 2024 / 05:48 PM IST

(क्लेयर कोलिंस, इरिन क्लार्क, जॉर्डन स्टेनफोर्ड और मारिया गोम्ज मार्टिन, न्यूकैसल विश्वविद्यालय)

न्यूकैसल, 17 सितंबर (द कन्वरसेशन) ‘हेल्थ एट एवरी साइज’ (एचईएएस) जीवनशैली परामर्श एक ऐसा दृष्टिकोण है जो वजन घटाने पर ध्यान केंद्रित किए बिना स्वास्थ्य एवं देखभाल को आगे बढ़ाने के लिए संयमित भोजन और जीवनशैली व्यवहार को बढ़ावा देता है।

वजन कम करना को एक लक्ष्य के बजाय एक लाभकारी दुष्प्रभाव के रूप में देखा जाता है।

‘आकार विविधता एवं स्वास्थ्य संघ’ ने पहली बार 2003 में इस दृष्टिकोण को विकसित किया और 2013 और 2024 में इसे संशोधित किया। इसके वर्तमान मूल सिद्धांत निम्नलिखित को बढ़ावा देते हैं:

1. वजन संबंधी भेदभाव को कम करना

2. शरीर की स्वीकृति को प्रोत्साहित करना

3. सहज भोजन

4. आनंददायक शारीरिक गतिविधियां

इसका उद्देश्य मोटे लोगों द्वारा चिकित्सा देखभाल प्राप्त करते समय अनुभव की जाने वाली झिझक और भेदभाव को भी दूर करना है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कई स्वास्थ्य पेशेवरों ने अपने उपचार और सेवाओं में एचएईएस दृष्टिकोण को शामिल किया है। ‘ओबेसिटी कनाडा’ जैसे कुछ संगठनों ने मोटापे के उपचार के लिए अपने दिशा-निर्देशों में एचएईएस को शामिल किया है।

वजन-केंद्रित उपचारों के साथ इसकी तुलना कैसी है?

हमने नवंबर 2022 तक प्रकाशित ऐसे सभी शोध अध्ययनों की एक व्यवस्थित समीक्षा और ‘मेटा’ आधारित विश्लेषण किया, जिनमें एचएईएस-आधारित कार्यक्रमों का उपयोग किया गया था।

सभी 19 वैज्ञानिक शोधपत्रों में से हमने मोटापे से ग्रसित लोगों के परिणामों की तुलना की, जिन्होंने एचएईएस-आधारित कार्यक्रमों का उपयोग किया :

1. वजन घटाने के पारंपरिक कार्यक्रम (छह अध्ययन)

2. प्रतीक्षा सूची में शामिल लोग जिन्हें कोई उपचार नहीं मिला (छह अध्ययन)

3. ऐसे समूह जहां लोगों को सामूहिक तौर पर साप्ताहिक स्तर पर सामाजिक सहायता मिली (चार अध्ययन)

हमने भूख, वजन, कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और शारीरिक स्वास्थ्य माप सहित मानसिक स्वास्थ्य पर संबंधित कार्यक्रम के प्रभाव का मूल्यांकन किया।

हमारे विश्लेषण से पता चला कि एचएईएस परामर्श का उपयोग अन्य तरीकों की तुलना में भूख की संवेदनशीलता को कम करने में अधिक लाभदायक था, जिसका अर्थ है कि लोगों में भूख या भावनाओं के मद्देनजर खाने की व्यक्तिपरक धारणा कम थी।

हालांकि, नियंत्रित हस्तक्षेपों की तुलना में, एचएईएस ने किसी भी अन्य शारीरिक स्वास्थ्य परिणाम – वजन घटाने, रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप – या मानसिक स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए बेहतर परिणाम नहीं दिखाए।

अब तक के परिणामों को देखते हुए, एचएईएस-आधारित दृष्टिकोण का उपयोग करना है या नहीं, यह निर्णय प्रत्येक व्यक्ति की प्राथमिकता, आवश्यकताओं और लक्ष्यों पर निर्भर करेगा।

अपनी स्वास्थ्य संबंधी सलाह ‘इन्फ्लूएंसर्स’ से न लें

एचएईएस का उपयोग कई वर्षों से नैदानिक ​​अभ्यास के तौर पर किया जा रहा है लेकिन देखा गया है कि अमेरिका और कनाडा के कई ‘इन्फ्लूएंसर्स’ एचएईएस की आड़ में परामर्श दे रहे हैं और उनके प्रसंस्कृत खाद्य समग्री बेचने वाली कंपनियों के साथ संबंध हैं।

ऐसे ‘इन्फ्लूएंसर्स’ एचईएएस के बैनर तले ‘‘जो मन करे वही खाओ’’ को बढ़ावा दे रहे थे और लोगों को वजन घटाने के प्रयास करने से हतोत्साहित कर रहे थे। वे यह उल्लेख करने में विफल रहे हैं कि उन्हें खाद्य, पेय या ‘सप्लीमेंट’ बेचने वाली कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भुगतान किया जा रहा था।

अमेरिकी लेखिका एवं आहार विशेषज्ञ कैरी डेनेट ने लोगों से स्वास्थ्य सलाह के लिए ‘इन्फ्लूएंसर्स’ का अनुसरण नहीं करने का आग्रह किया है।

(द कन्वरसेशन)

शफीक नरेश

नरेश