नई दिल्ली: भारत के हर नागरिक को कार चलाते समय ये सिखाया जाता है कि कार हमेशा बाई ओर चलना है। लेकिन कई देशों में कार चलाने का नियम अलग अलग है। ऐसा ही नियम अमेरिका में है, जहां कार चलाने का नियम दाई ओर है। इतना ही नहीं यहां के सभी कारों के स्टेयरिंग दाई ओर होती है, तो आपको बताते है कि भारत में लेफ्ट ड्राइविंग क्यों की जाती है और विदेशों में इसका क्या नियम है?
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भारत में दाई ओर स्टेयरिंग होने का कारण इंग्लैंड है। दरअरसल, भारत लंबे समय तक इंग्लैंड की गुलामी किया था और इंग्लैंड में काफी समय पहले से ही कार में स्टेयरिंग राइट साइड में होती थी। इस लिए वहां की सरकार ने भारत की कारों की स्टेयरिंग को बाई ओर बनवा दी। जहां जहां इंग्लैंड का शासन रहा वहां पूरा कार की स्टेयरिंग बाई ओर ही रहा।
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सड़क पर कारों को दौड़ते हुए आपने कई बार देखा होगा. विदेशों में महंगी गाड़ियां धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ती हैं. वहां इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन भारत में अगर सड़क पर कोई एक्सपेंसिव कार दिख जाती है तो लोग पलट-पलट कर उसे देखते हैं. इसके अलावा भारत में आपको हैवी ट्रैफिक देखने को मिल जाता है जबकि विदेशों में सड़कें इतनी चौड़ी हैं कि काफी रेयर ही ट्रैफिक की समस्या देखने को मिलती है.
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वहीं अमेरिका में कार के अंदर आपको स्टेयरिंग लेफ्ट साइड में देखने को मिलेंगे। यहां 18वीं शताब्दी में पहली बार सड़क के दायीं ओर चलने की परंपरा की शुरूआत हुई थी। इन्हें घोड़ों की मदद से खींचा जाता था। ड्राइवर की बैठने की जगह नहीं होती थी। इस कारण वो घोड़े पर बैठकर उसे राइट साइड से लेफ्ट हैंड से चाबुक मारता था।