अमेरिका ने चीन को घेरने तैयार किया ’18-प्वॉइंट’ प्लान, ट्रंप की धमकी के बाद से घबराया ड्रैगन

अमेरिका ने चीन को घेरने तैयार किया '18-प्वॉइंट' प्लान, ट्रंप की धमकी के बाद से घबराया ड्रैगन

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  • Publish Date - May 16, 2020 / 05:48 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

वॉशिंगटन। कोरोना वायरस के जनक चीन पर पूरी दुनिया का गुस्सा फूट रहा है। अमेरिकी सेनेटर थॉम टिलिस ने एक 18-सूत्रीय योजना पेश की है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोगियों की मदद से चीनी सरकार को कोरोना को लेकर उसके झूठ, धोखे और जानकारी गुप्त रखने के लिए जिम्मेदार ठहराना है।

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ये है मकसद 

18-सूत्रीय योजना के तहत सैन्य साजोसामान के लिए 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग को तत्काल मंजूर करने की मांग की गई है। साथ ही इसमें क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ रिश्तों को मजबूत करने, भारत, ताइवान और वियतनाम के साथ सैन्य उपकरणों की बिक्री को बढ़ाने का भी जिक्र है। सेनेटर की योजना में कहा गया है कि चीन में मौजूद सभी मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को अमेरिका वापस लाया जाए।

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साथ ही अमेरिका धीरे-धीरे सामान के मामले में चीन पर निर्भरता कम करे। चीन को हमारी तकनीक चुराने से रोका जाए और अमेरिकी कंपनियों को हमारी तकनीकी फिर से हासिल करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाए। चीनी हैकरों से बचने के लिए साइबर सुरक्षा को मजबूत किया जाए। सेनेटर इस योजना में भारत के साथ सैन्य संबंध बढ़ाने पर जोर दिया है। सीधे शब्दों में कहें, तो चीन के खिलाफ योजना में अमेरिका भारत का साथ चाहता है।

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चीन की आलोचना करते हुए कहा कि चीनी सरकार ने जानबूझकर कोरोना वायरस की जानकारी छिपाई, जिसके चलते इसने महामारी का रूप लिया और लाखों लोगों को जान गंवानी पड़ी. यह ऐसा देश है, जो अपने ही नागरिकों को डिटेंशन कैंपों में कैद कर रहा है, अमेरिका की तकनीक और नौकरियां चुरा रहा है और हमारे सहयोगियों की संप्रभुता के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है’।

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गौरतलब है कि चीन ने शुक्रवार को अमेरिका से समझौता करने और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में पूरा सहयोग देने की बात कही है। चीन का यह बयान ट्रम्प की धमकी के बाद आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को कहा था कि वे चीन से सभी रिश्ते खत्म कर सकते हैं।

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दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की बीच संबंध कुछ हफ्तों में ज्यादा खराब हुए हैं। कोरोना महामारी आने के बाद अमेरिका चीन पर लगातार दुनिया को धोखे में रखने और वुहान की लैब से वायरस निकलने का आरोप लगाता रहा है।

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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ‘‘चीन-अमेरिका संबंधों के विकास को बनाए रखना दोनों देशों में लोगों के बुनियादी हितों में है और यह दुनिया में शांति और स्थिरता के लिए भी जरूरी है। वर्तमान में चीन और अमेरिका को महामारी के खिलाफ मजबूत सहयोग बनाए रखना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके, मरीजों को ठीक करना चाहिए और इकोनॉमी-प्रोडक्शन को फिर से पटरी पर लाना चाहिए। यह तभी मुमकिन होगा, जब अमेरिका, चीन से समझौता करेगा।’’