दुबई, 25 मार्च (एपी) यमन में हूती विद्रोहियों पर मंगलवार को किए गए अमेरिकी हवाई हमलों में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
समुद्री व्यापार और इजराइल के लिए खतरा बने विद्रोहियों पर अमेरिकी हमले 10वें दिन भी जारी हैं और फिलहाल इस हमले के रुकने का कोई संकेत नहीं है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर किए जा रहे इन हमलों का उद्देश्य विद्रोही समूह को निशाना बनाना और उनके प्रमुख समर्थक ईरान पर दबाव बनाना है।
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज ने दावा किया कि इन हमलों में हूती नेतृत्व के कई अहम सदस्य मारे गए हैं।
वॉल्ट्ज ने रविवार को टेलीविजन नेटवर्क ‘सीबीएस’ के ‘फेस द नेशन’ कार्यक्रम में बताया कि हूती विद्रोहियों के मुख्यालय, संचार केंद्र, हथियार निर्माण इकाइयों और यहां तक कि ड्रोन निर्माण सुविधाओं को भी निशाना बनाया गया है।
हूती विद्रोहियों ने बताया कि अमेरिकी हवाई हमलों ने सादा शहर, रेड सी बंदरगाह शहर होदेदा और मारीब प्रांत को भी निशाना बनाया, जहां अब भी यमन की निर्वासित सरकार के सहयोगियों का नियंत्रण है। इन हमलों के बीच हूती विद्रोहियों ने भी इज़राइल पर मिसाइल हमला किया।
यमन पर अमेरिकी हवाई हमलों की शुरुआत 15 मार्च को हुई थी।
एपी राखी सिम्मी
सिम्मी
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