बर्बाद हुए खाद्य पदार्थ को आपके अगले भोजन में बदलने का वादा करती है ‘अपसाइकलिंग’

बर्बाद हुए खाद्य पदार्थ को आपके अगले भोजन में बदलने का वादा करती है ‘अपसाइकलिंग’

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  • Publish Date - June 27, 2021 / 07:16 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

(रोडनी होलकोम्ब, ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी और डेनियल बेलमेर, ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी)

स्टिलवॉटर (अमेरिका), 27 जून (द कनवर्सेशन) क्या आप ऐसा कुछ खाना चाहेंगे जो खाद्य उत्पादों के पुन: इस्तेमाल से बना हो? या अन्य खाद्य उपोत्पाद से बने ‘‘पुन:प्रसंस्कृत’’ जूस का घूंट पीना चाहेंगे? इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने से यह बात अटपटी लग सकती है।

‘‘अपसाइकलिंग’’ यानी पुनर्प्रयोग नए खाद्य उत्पादों को बनाने के लिए कम कीमत वाले खाद्य पदार्थ या प्रसंस्कृत खाद्य उपोत्पाद का इस्तेमाल करने की दशकों पुरानी अवधारणा है। इसके उदाहरण सॉसेज हो सकती हैं जो मांस से बचे हुए टुकड़ों से बनती है और जैम या जेली हो सकती है जो अधिक पके हुए फलों से बनती है। कई बार इन बचे हुए खाद्य पदार्थ को बेकार मानकर पशुओं को खिला दिया जाता है या खाद बनाने में इस्तेमाल कर लिया जाता है।

इसकी आधिकारिक परिभाषा विनिर्माताओं को उपभोक्ताओं को पुनर्प्रयोग किए उत्पादों का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना है। एसोसिएशन ने 2021 में नए ‘अपसाइकल्ड सर्टिफिकेशन स्टैण्डर्ड’ जारी किए। जल्द ही आपको किराने की दुकान पर पुनर्प्रयोग के लेबल वाले उत्पाद देखने को मिल सकते हैं।

भोजन की बर्बादी एक बड़ी समस्या है और इस नयी प्रवृत्ति से इससे बचा जा सकता है। अर्थशास्त्री और खाद्य इंजीनियर होने के नाते हमने भोजन की बर्बादी को कम करने के लिए खाद्य कंपनियों के साथ काम किया।

पुनर्प्रयोग इस तरह काम करता है :

बड़ी मात्रा में भोजन बर्बाद हो जाता है।

वैश्विक रूप से खाद्य उत्पादन का एक तिहाई से अधिक हिस्सा खेत और उपभोक्ता के कूड़ेदान के बीच कहीं बर्बाद हो जाता है। खेतों में उचित तरीके से भंडारण न करने या खाद्य वितरण प्रक्रिया में खाद्य पदार्थ की बर्बादी होती है। दुनियाभर में 20 प्रतिशत से अधिक फल और सब्जियां बर्बाद हो जाती हैं जबकि हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों की बर्बादी 40 प्रतिशत से अधिक है।

अकेले अमेरिका में हाल के वर्षों में फलों की बर्बादी करीब 200 अरब से 300 अरब डॉलर के बीच आंकी गयी। विश्व व्यापार संगठन और संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन दोनों ने खाद्य पदार्थों की बर्बादी कम करके खाद्य असुरक्षा से बचने पर जोर दिया है।

खाद्य पदार्थों की बर्बादी से पर्यावरणीय समस्याएं भी उत्पन्न होती है। एफएओ ने अनुमान जताया कि दुनियाभर में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का करीब आठ प्रतिशत भोजन की बर्बादी के कारण होता है। भराव क्षेत्रों से ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन होता है। जब भोजन की बर्बादी होती है तो फसल उगाने के लिए आवश्यक प्राकृतिक संसाधन जैसे कि पानी, ऊर्जा और भूमि संसाधन भी बर्बाद हो जाते हैं।

अभी बाजार में कई ऐसे खाद्य पदार्थ मौजूद हैं जो पुनर्प्रयोग वाले हैं। जैसे कि फलों का जूस निकालने के बाद जो फल का गूदा बच जाता है वह स्नैक खाद्य उत्पादों में स्वाद और पोषण देते हैं। गेंहू को पीसकर आटा बनाने के बाद जो बच जाता है उसे सुबह के नाश्ते के अनाज यानी सीरियल्स में शामिल कर लिया जाता है जिससे विटामिन, खनिज पदार्थ और फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है। साथ ही फलों और सब्जियों के अपशिष्टों से बने पाउडर को पेय पदार्थों में इस्तेमाल किया जा सकता है।

ओक्लाहोमा स्टेट के रॉबर्ट एम. केर फूड एंड एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स के हमारे सहकर्मियों के साथ हमें उन उत्पादों पर काम करने का अवसर मिला जिन्हें पुनर्प्रयोग खाद्य पदार्थ कहा जा सकेगा।

किसी भी खाद्य उत्पाद पर उपभोक्ता की पसंद स्वाद, सुविधा और कीमत पर निर्भर करती है। खाद्य प्रसंस्कारकों को पैसे बचाने के लिहाज से बचे हुए खाद्य पदार्थों से बने नए उत्पाद बनाने होंगे।

द कनवर्सेशन गोला गोला शोभना

शोभना