संरा ने एआई तक पहुंच का अंतर कम करने संबंधी अमेरिकी समर्थन वाले चीनी प्रस्ताव को स्वीकार किया

संरा ने एआई तक पहुंच का अंतर कम करने संबंधी अमेरिकी समर्थन वाले चीनी प्रस्ताव को स्वीकार किया

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  • Publish Date - July 2, 2024 / 02:12 PM IST,
    Updated On - July 2, 2024 / 02:12 PM IST

संयुक्त राष्ट्र, दो जुलाई (एपी) संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अमेरिका के समर्थन वाले और चीन द्वारा प्रायोजित उस प्रस्ताव को पारित कर दिया, जिसमें धनी विकसित देशों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि कृत्रिम मेधा (एआई) के क्षेत्र में गरीब विकासशील देशों के साथ बढ़ती खाई को पाटा जाए और उन्हें भी इसका उपयोग करने एवं उससे लाभ उठाने के समान अवसर मिलें।

यह प्रस्ताव सोमवार को पारित किया गया। इससे पहले 21 मार्च को एआई पर संयुक्त राष्ट्र का पहला प्रस्ताव पारित किया गया था जिसे अमेरिका ने प्रायोजित किया था और चीन समेत 123 देशों ने इसे सह-प्रायोजित किया था।

इस प्रस्ताव में यह सुनिश्चित करने के अंतरराष्ट्रीय प्रयास को वैश्विक समर्थन दिया गया कि एआई ‘‘सुरक्षित, संरक्षित और भरोसेमंद’’ हो और सभी देश इसका लाभ उठा सकें।

एआई संबंधी इन दो गैर-बाध्यकारी प्रस्तावों को अपनाना यह दर्शाता है कि कई क्षेत्रों में प्रतिद्वंद्वी अमेरिका और चीन इस शक्तिशाली नयी प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए कृतसंकल्प हैं और इन महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कदमों पर सहयोग कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत फु कांग ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों प्रस्ताव एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रस्ताव ‘‘अधिक सामान्य’’ प्रकृति का है जबकि हाल में अपनाया गया प्रस्ताव ‘‘क्षमता निर्माण’’ पर केंद्रित है।

चीन के प्रस्ताव को 140 से अधिक देशों ने सह- प्रयोजित किया।

एपी

सिम्मी नरेश

नरेश