यूक्रेन के प्रमुख ‘रब्बी’ ने युद्ध में अपने दत्तक पुत्र के मारे जाने पर शोक जताया

यूक्रेन के प्रमुख ‘रब्बी’ ने युद्ध में अपने दत्तक पुत्र के मारे जाने पर शोक जताया

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  • Publish Date - September 13, 2024 / 01:23 PM IST,
    Updated On - September 13, 2024 / 01:23 PM IST

कीव, 13 सितंबर (एपी) यूक्रेन में प्रमुख ‘रब्बी’ (आध्यात्मिक धर्मगुरु) मोशे अजमान के दत्तक पुत्र की युद्ध में मौत पर शोक जताने और उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बृहस्पतिवार को कीव में कई सैन्यकर्मी, जानी मानी हस्तियां और अन्य लोग इकट्ठा हुए तथा रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के विविध समुदायों के बीच एकजुटता का प्रदर्शन किया।

एंटोन सैम्बोर्सकी (32) जुलाई के अंत से लापता थे और कई हफ्तों की अनिश्चितता के बाद उनकी मौत की पुष्टि हुई। कीव के सेंट्रल सिनगॉग (यहूदी प्रार्थनागृह) में शोक सभा के आयोजन के बाद शहर के यहूदी कब्रिस्तान में शव को दफनाया गया।

सैम्बोर्सकी जब महज 10 साल के अनाथ थे तब ‘रब्बी’ अजमन ने उन्हें गोद लिया था और उन्हें नया नाम मैतित्याहू या ‘‘मोते’’ दिया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपने बेटे की मौत पर दुख प्रकट किया।

अजमन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि सैम्बोर्सकी मई में एक बेटी के पिता बने थे लेकिन बच्ची के जन्म के एक हफ्ते बाद ही वह सेना में सेवा देने के लिए चले गए। उन्होंने कहा कि उनकी 17 जुलाई को आखिरी बार अपने बेटे से बात हुई थी।

सैन्यकर्मी, सेना के अधिकारी और जानी मानी हस्तियों समेत करीब 100 लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। अधिकतर ने हाथों में फूल लिए हुए थे और यरमुलके (यहूदी टोपी) पहन रखी थी।

यूक्रेन में सदियों पुरानी यहूदी परंपरा है और देश के सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास में यहूदी समुदाय का अहम योगदान है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी एक यहूदी हैं। देश में यहूदी समुदाय के लोगों की संख्या कुल आबादी का 0.2 प्रतिशत है।

एपी सुरभि नरेश

नरेश