नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन का युद्ध पिछले कुछ महीनों से जारी है। ऐसे में इस जंग के बीच एक बड़ी खबर यह है कि रूस में आपसी युद्ध ही शुरू हो गया है। रूस में वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने अपने ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी है। ऐसे में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए चुनौती है कि सीमा पार युद्ध को झेला जाए या आंतरिक विरोध से निपटा जाए।
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यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूस के कब्जे वाले उन इलाकों पर फिर से कब्जा कर लिया है, जिसे 2014 में रूसी सेना ने कब्जाया था। राज्य मीडिया Ukrinform की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणपूर्वी यूक्रेन के तावरिया में सैन्य अधिकारियों के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने दोनेत्स्क में क्रास्नोहोरिव्का के पास के इलाकों पर कब्जा कर लिया है।
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राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के आदेश के बाद रूसी जांच एजेंसी FSB ने वैगनर चीफ प्रिगोजिन के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है। उन पर सशस्त्र विद्रोह भड़काने का आरोप लगाया गया है। लड़ाकों से उनका कोई आदेश न मानने और उन्हें हिरासत में लेने को कहा गया है।
मॉस्को के चारों ओर आवाजाही सीमित की गई
कलुगा क्षेत्र राजधानी मॉस्को से सीमा साझा करता है। कलुगा के गवर्नर ने कहा है कि मॉस्को से लगने वाले इलाकों में सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही को सीमित कर दिया गया है। उन्होंने कहा है कि जब तक बहुत ज्यादा जरूरी न हो, तब तक लोग सड़कों पर बाहर नहीं निकलें। कलुगा में अभी वैगनर लड़ाकों की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं मिले हैं।