(अदिति खन्ना)
लंदन, 29 जनवरी (भाषा) ब्रिटेन के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के स्पीकर लिंडसे हॉयल ने कहा है कि उनका देश अपनी संसदीय प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के इस्तेमाल को लेकर भारत की अभूतपूर्व प्रगति से लाभ ले सकता है।
हॉयल ने लंदन स्थित ऐतिहासिक गिल्डहॉल में भारतीय प्रवासी समुदाय की एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। हॉयल मंगलवार शाम को भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित वार्षिक गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
हॉयल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की हाल की ब्रिटेन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘(बिरला की) यह यात्रा हमारी आंखें खोलने वाली थी, खासकर तब जब हमने सुना कि भारत कृत्रिम मेधा के इस्तेमाल में अग्रणी है। यह जानकर हैरानी हुई कि एआई आपकी संसद में एक साथ 22 भाषाओं का अनुवाद करता है। जैसा कि मैंने आपके माननीय अध्यक्ष से कहा था, हम यह जानने के लिए मिलकर काम करना चाहेंगे कि एआई हमारी संसदीय प्रक्रियाओं को कैसे बेहतर बना सकता है।’’
लंकाशायर के चोर्ले से सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जिक्र किया कि महात्मा गांधी 1931 में इस क्षेत्र के कपड़ा कारखानों में आए थे।
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सिम्मी मनीषा
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