ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड केंद्र में गैस रिसाव से दो व्यक्तियों की मौत, 10 अन्य घायल

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड केंद्र में गैस रिसाव से दो व्यक्तियों की मौत, 10 अन्य घायल

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  • Publish Date - August 29, 2024 / 06:15 PM IST,
    Updated On - August 29, 2024 / 06:15 PM IST

दुबई, 29 अगस्त (एपी) ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड केंद्र में गैस रिसाव के कारण दो व्यक्तियों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी ईरान के सरकारी टेलीविजन ने बृहस्पतिवार को दी।

ईरान के सरकारी टेलीविजन की खबर के अनुसार यह रिसाव इस्फहान प्रांत में रिवोल्यूशनरी गार्ड की एक कार्यशाला में हुआ और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इसकी खबर में कहा गया है कि इस्फहान प्रॉविन्शियल गार्ड ने मृतकों की पहचान कैप्टन मोजतबा नजारी और लेफ्टिनेंट कर्नल मोख्तार मोर्शदी के रूप में की है।

गार्ड के बयान में यह नहीं बताया गया कि दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की मौत गैस से दम घुटने से हुई या गैस रिसाव के कारण विस्फोट हुआ। इसमें यह भी नहीं बताया गया कि लोग कैसे घायल हुए। अन्य विवरण भी नहीं दिया गया।

हाल के वर्षों में रिवोल्यूशनरी गार्ड की इकाइयों में कई घातक विस्फोट हुए हैं। सबसे उल्लेखनीय घटना 2011 में हुई, जब तेहरान के पास एक मिसाइल बेस पर हुए विस्फोट में कमांडर हसन तेहरानी मोगादम सहित 17 लोग मारे गए थे, जो अर्धसैनिक बल के मिसाइल कार्यक्रम का नेतृत्व करते थे।

शुरू में, अधिकारियों ने विस्फोट को एक दुर्घटना बताया, हालांकि बाद में एक पूर्व कैदी ने कहा कि गार्ड ने उससे इस संदेह पर पूछताछ की कि विस्फोट इजराइल ने किया था।

गैस रिसाव ऐसे समय हुआ है जब 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या के बाद से तनाव बना हुआ है।

ईरान ने हनिया की हत्या के लिए इजराइल पर आरोप लगाया है, लेकिन इजराइल ने हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। ईरान के शीर्ष अधिकारियों ने हनिया की हत्या के लिए इजराइल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है।

इजराइली अधिकारी देश की गुप्त सैन्य इकाइयों या इसकी मोसाद खुफिया एजेंसी द्वारा संचालित अभियानों को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। हालांकि, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लंबे समय से ईरान को अपने देश के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते रहे हैं।

ईरान का केंद्रीय इस्फहान प्रांत इजराइल के लिए दिलचस्पी का विषय रहा है क्योंकि ईरान की कई परमाणु इकाइयां वहां स्थित हैं। प्रांत में स्थित भूमिगत नतांज परमाणु इकाई देश की मुख्य यूरेनियम संवर्धन इकाई है।

ईरान, अपने यहां विभिन्न हमलों के लिए इजराइल को एक प्रमुख संदिग्ध के रूप में देखता है, जिसमें अप्रैल 2021 में इसकी भूमिगत नतांज परमाणु सुविधा पर हमला भी शामिल है, जिसने इसके सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहुंचा था। वर्ष 2020 में, ईरान ने अपने शीर्ष सैन्य परमाणु वैज्ञानिक को मारने वाले एक हमले के लिए इजराइल पर आरोप लगाया था।

एपी अमित मनीषा

मनीषा