(ललित के झा)
वाशिंगटन, 23 जनवरी (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में ‘बेतुके युद्ध’ को समाप्त करने को कहा है।
ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को खत्म करे या फिर अत्यधिक शुल्क और आगामी प्रतिबंधों का सामना करने के लिए तैयार रहे।
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेने वाले ट्रंप ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर यह बात कही। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में रूस के राष्ट्रपति पुतिन का नाम लिया और कहा कि उनके एवं पुतिन के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन अब इस ‘‘बेतुके युद्ध’’ को खत्म करने का समय आ गया है।’’
ट्रंप ने कहा कि वह रूस के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं और चाहते हैं कि युद्ध में और लोगों की जान नहीं जाए।
ट्रंप ने कहा, ‘‘आइए इस युद्ध को खत्म करते हैं, जो मेरे राष्ट्रपति रहते कभी शुरू ही नहीं होता। हम इसे आसान तरीके से या कठिन तरीके से कर सकते हैं और आसान तरीका हमेशा बेहतर होता है। अब ‘‘समझौता करने’’ का समय आ गया है। अब और लोगों की जान नहीं जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूसी लोगों से प्यार करता हूं तथा राष्ट्रपति पुतिन के साथ मेरे हमेशा बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि रूस ने हमें द्वितीय विश्व युद्ध जीतने में मदद की, इस प्रक्रिया में लगभग 60,000,000 लोगों की जान चली गई।’’
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर जल्द संघर्ष विराम समझौता नहीं हुआ, तो उनके पास रूस द्वारा अमेरिका और अन्य भागीदार देशों को बेची जाने वाली किसी भी वस्तु पर शुल्क, कर और प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने यूक्रेन में युद्ध के वित्तपोषण को लेकर रूस के राजस्व में कटौती करने के प्रयास के तहत इस महीने की शुरुआत में उसके तेल और ऊर्जा क्षेत्रों सहित विभिन्न रूसी आर्थिक क्षेत्रों पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे।
ट्रंप कई महीनों से यूक्रेन में संघर्ष विराम का आह्वान कर रहे हैं और दोनों पक्षों से बातचीत करने का आग्रह कर रहे हैं।
रूसी सेना ने 2022 की शुरुआत में यूक्रेन पर हमला किया था और तब से लेकर अब तक करीब तीन साल से जारी लड़ाई में दोनों पक्षों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप ने बार-बार कहा कि अगर वह राष्ट्रपति चुने गए तो वह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक दिन में सुलझा सकते हैं।
भाषा सुरभि मनीषा
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